दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक भारत की भी, जानें इनके बारे में

हर इंसान इस दुनिया के रचनाकार अर्थात ऊपर वाले से जुड़ने के लिए प्रार्थना और पूजा का सहारा लेता हैं, बस सभी का अपना अलग तरीका होता हैं। जी हाँ, हिन्दू संप्रदाय के लोग जिस तरह मंदिर में पूजा करते है उसी तरह मुस्लिम सम्प्रदाय के लोग मस्जिद में इबादत करते हैं। देशभर में मंदिर और मस्जिद का सम्मान किया जाता है और पूरे देश में कई मस्जिद हैं। लेकिन आज हम आपको दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिदों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें भारत की मस्जिद भी शामिल हैं। तो आइये जानते है इन मस्जिदों के बारे में।

* अल हरम मस्जिद, मक्का 

मक्का में स्थित अल हरम मस्जिद दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद है जो करीब साढ़े तीन लाख वर्गमीटर में फैली है । ये मस्जिद इस्लाम धर्म की सबसे ख़ास मस्जिद है जिसका निर्माण 16वीं सदी में हुआ है । इस मस्जिद में 9 मीनारें हैं और अंदर काबा है जो इस्लाम का सबसे मुख्य पवित्रस्थल है।

best mosques in the world,mosques,travel,tourism,holidays ,ट्रेवल,हॉलीडेज,ट्रेवल टिप्स हिंदी में,अल हरम मस्जिद, मक्का ,दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद

* अल फतह मस्जिद 

बहरीन में स्थित अल फतह मस्जिद को दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में गिना जाता है। मस्जिद का क्षेत्रफल 6,500 स्क्वॉयर मीटर में फैला है। मस्जिद को निर्माण 1987 में शेख सलमान अल खलीफा ने करवाया था।

* जुमा मस्जिद, मॉस्को

मॉस्को में स्थित जुमा मस्जिद की गिनती दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में की जाती है इसका निर्माण 1904 में किया गया था । इसे कैथीड्रल मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है । यहाँ एक साथ करीब 10,000 लोग नमाज पढ़ सकते हैं।

best mosques in the world,mosques,travel,tourism,holidays ,ट्रेवल,हॉलीडेज,ट्रेवल टिप्स हिंदी में,अल हरम मस्जिद, मक्का ,दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद

* इमाम अली मस्जिद

यह मस्जिद इराक के नजफ में स्थित है। शियाओं की इस मस्जिद में काफी आस्था है। मस्जिद का निर्माण 977 में हुआ था। मस्जिद में हर साल लाखों लोग इमाम अली के सजदे में सर झुकाते हैं।

* अल अक्सा मस्जिद

अल अक्सा मस्जिद येरूशलम में टेंपल माउंट पर बनी है इस मस्जिद के गुम्बद सोने से निर्मित हैं जिसका निर्माण 717 ईस्वी में किया गया था।

* बाड़ा इमामबाड़ा 

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इमामबाड़ा दुनिया की बड़ी मस्जिदों में शामिल है। मस्जिद का निर्माण साल 1784 में असफ उद दौला ने कराया था।

Back to top button