दीपोत्सव और पटाखों का नजारा, इन 5 शहरों में देखिए दिवाली का असली जलवा

दिवाली यानी अंधकार पर प्रकाश का विजय का पर्व। ये वह पर्व है जिसकी रोशनी से पूरा भारत एक साथ जगमगा उठता है। साल 2025 में दिवाली 20 अक्तूबर को मनाई जा रही है। इस दौरान पूरे देश रोशन हो जाएगा। लेकिन कुछ जगहों पर रोशनी का पर्व बेहद खास नजारे वाला होता है। यहां की जगमगाहट मनमोहक होती है। उत्साह बहुत अधिक और पर्व की रोनक देखते ही बनती है। ऐसे में अगर आप दिवाली अपने परिवार, पार्टनर या दोस्तों के साथ यादगार तरीके से मनाना चाहते हैं तो ये पर्व मौका दे रहा है कि आप एक ट्रिप प्लान करें। शनिवार 18 अक्तूबर से लेकर 26 अक्तूबर तक आपको एक सप्ताह लाॅन्ग हाॅलीडे मिल रहा है। बीच में दो से तीन दिन की छुट्टी के लिए दफ्तर में अप्लाई कर दें। बाकि वीकेंड और दीपावली की छुट्टियां मिलाकर पूरे एक हफ्ते में कहीं भी घूमने जा सकते हैं।
अयोध्या
यूपी का अयोध्या दीपोत्सव की दिव्य नगरी है। अयोध्या प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि है। दीपावली पर यहां रामजन्मभूमि मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और पूरी नगरी ही दीयों से दमक उठती है। हर साल यहाँ सारयू घाट पर लाखों दीए जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाता है। अगर आप असली ‘राम की दिवाली’ देखना चाहते हैं, तो अयोध्या आपकी पहली मंज़िल होनी चाहिए।
वाराणसी
घाटों पर रोशनी, दीपोत्सव और आरती का जिक्र हो तो वाराणसी को मत भूल जाइएगा। वाराणसी की दिवाली दुनिया की सबसे आध्यात्मिक और दृश्य रूप से भव्य मानी जाती है। गंगा आरती के समय जब दीप जलते हैं और आसमान में पटाखों की झिलमिलाहट होती है, तो शहर सच में “कायनात का उत्सव” लगता है। यहाँ दिवाली के बाद देव दीपावली भी होती है। मान्यता है कि इस दिन देवता भी दिवाली मनाने धरती पर वाराणसी आते हैं।
जयपुर
गुलाबी शहर की सुनहरी रोशनी दीपावली में देखते ही बनती है। दिवाली पर जयपुर की सड़कों, हवेलियों, बाज़ारों और महलों की सजावट इतनी खूबसूरत होती है कि लगता है पूरा शहर शादी के जोड़े में है। MI रोड, जोहरी बाज़ार और हवा महल के आसपास की लाइटिंग देखने लायक होती है। राजस्थान टूरिज़्म बोर्ड यहां लाइटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित करता है जिसमें पूरा शहर हिस्सा लेता है।
अमृतसर
दिवाली के दिन स्वर्ण मंदिर का प्रतिबिंब पानी में झिलमिलाते दीपों के साथ किसी जादू से कम नहीं लगता। यहाँ का पटाखा शो, कीर्तन और लंगर अनुभव को आत्मा तक छू लेते हैं। अगर आप दिवाली को शांति और श्रद्धा के साथ जीना चाहते हैं तो अमृतसर एक आदर्श विकल्प है।
मुंबई
मरीन ड्राइव से लेकर मॉडर्न स्काईलाइन तक दिवाली का शानदार नजारा देखने के लिए मुंबई आएं। मुंबई की दिवाली ग्लैमर, रोशनी और आधुनिकता का संगम है। मरीन ड्राइव पर चमचमाती लाइटें, जुहू बीच के आतिशबाज़ी शो और लोकल मार्केट्स में जगमगाहट सब मिलकर इसे भारत की सबसे जीवंत दिवाली बनाते हैं। यहाँ की सोसायटी सेलिब्रेशन और सी लिंक की लाइटिंग भी अनदेखी नहीं रहनी चाहिए।





