दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच घरों के पौधे बने ‘प्राकृतिक रक्षक

राजधानी की जहरीली हवा के बीच घरों में लगाए जाने वाले पौधे ‘प्राकृतिक रक्षक’ बनकर सामने आए हैं। स्नेक प्लांट, पीस लिली, मनी प्लांट, एरिका पाम और तुलसी जैसे पौधे घर के अंदर की हवा को साफ करने में मदद कर सकते हैं।

नासा की ‘क्लीन एयर स्टडी’ और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, ये पौधे पीएम 2.5, फॉर्मेल्डिहाइड, बेंजीन और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे हानिकारक तत्वों को 20 से 30 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। एक पर्यावरण संस्था ‘ब्रीद ईजी दिल्ली’ ने हाल में 100 घरों में एक अध्ययन किया। नतीजा यह रहा कि अगर हर 10 वर्ग मीटर जगह में 2 से 3 पौधे रखे जाएं, तो घर के अंदर का प्रदूषण लगभग 25 प्रतिशत तक घट जाता है। स्नेक प्लांट रात में ऑक्सीजन छोड़ता है, जो स्मॉग से भरे दिनों में खास तौर पर फायदेमंद है। पीस लिली घर की नमी संतुलित रखता है और फफूंद को बढ़ने से रोकता है।

स्नेक प्लांट, पीस लिली, मनी प्लांट, एरिका पाम उपयुक्त

बागवानी विशेषज्ञ वाईपी सिंह ने बताया कि दिल्ली की जलवायु के लिए विशेषज्ञ जिन पौधों को सबसे उपयुक्त मानते हैं, उनमें स्नेक प्लांट, पीस लिली, मनी प्लांट, एरिका पाम और तुलसी प्रमुख हैं। स्नेक प्लांट फॉर्मेल्डिहाइड और बेंजीन जैसे जहरीले तत्वों को सोखता है और इसे हफ्ते में सिर्फ एक बार पानी व अप्रत्यक्ष रोशनी की जरूरत होती है। पीस लिली अमोनिया और ट्राइक्लोरोएथिलीन हटाने में मदद करता है और इसे नम मिट्टी और छायादार स्थान पसंद है।

पौधों की देखरेख के लिए विशेषज्ञों की सलाह

पौधों को सुबह 2-3 घंटे धूप जरूर दें। सर्दियों में रात के समय उन्हें अंदर रखें। पीस लिली जैसे पौधों को बच्चों, पालतू जानवरों से दूर रखें, क्योंकि इसके पत्ते हल्के विषैले होते हैं।

स्नेक प्लांट और मनी प्लांट की बिक्री करीब 30 प्रतिशत बढ़ी

महरौली स्थित नर्सरी मालिक रवि चौहान बताते हैं कि पिछले साल की तुलना में इस बार स्नेक प्लांट और मनी प्लांट की बिक्री करीब 30 प्रतिशत बढ़ी है। लोग अब सजावट के लिए नहीं, बल्कि घर की हवा साफ रखने के लिए पौधे खरीद रहे हैं। वह बताते हैं कि पौधों की सही देखभाल जरूरी है।

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