दिमाग की नसें ब्लॉक होने पर शरीर देता है 5 गंभीर संकेत

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिमाग की नसों में ब्लॉकेज होना आम बात है। अनहेल्दी डाइट और तनाव के कारण दिमाग में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इसके कारण शरीर कई संकेत देता है। इन लक्षणों को नजरअंदाज करने पर स्ट्रोक का खतरा हो सकता है। समय पर इलाज कराना जरूरी होता है।
आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का सही ढंग से ख्याल नहीं रख पा रहे हैं। अनहेल्दी डाइट, फिजिकल एक्टिविटीज न के बराबर होना, देर रात तक जगना और स्क्रीन पर घंटों समय बिताने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। देर रात तक जगने और मोबाइल चलाने से हमारे दिमाग पर दबाव पड़ता है। दिमाग हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा होता है।
इसमें जरा सी भी गड़बड़ी हुई कि जान पर बात आ जाती है। दिमाग में गड़बड़ी होने पर हैमरेज और ब्रेन स्ट्रोक जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। दरअसल, जब हमारे दिमाग में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है तब नसें ब्लॉक होना शुरू हाे जाती हैं। ऐसा होने पर हमारे शरीर में कई लक्षण नजर आने लगते हैं।
अगर इन्हें नजरअंदाज किया गया तो ये जानलेवा हो सकती है। आज हम आपको अपने इस लेख में उन लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जो दिमाग की नसों में ब्लॉकेज होने पर नजर आते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
अचानक बोलने में दिक्कत होना
अगर अचानक से बोलने में दिक्कत महसूस हो रही हो, या जबान लड़खड़ा रहे हों तो यह दिमाग की नसें ब्लॉक होने का संकेत हो सकता है। यह स्थिति स्लर्ड स्पीच के रूप में भी सामने आती है। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से सलाह करना चाहिए।
चेहरे का एक हिस्सा सुन्न पड़ जाना
जब दिमाग की नसों में ब्लॉकेज होने लगता है तो शरीर के एक साइड का हिस्सा सुन्न हो जाता है। ये खासकर चेहरे पर होता है। अगर आपको इस तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
एक हाथ या पैर में कमजोरी महसूस होना
अगर अचानक एक हाथ या पैर में कमजोरी महसूस होने लगे तो ये भी स्ट्रोक का चेतावनी संकेत हो सकता है। इसमें हाथ और पैर को हिलाने-डुलाने में कठिनाई हो सकती है। आपको कोई चीज पकड़ने में समस्या होती है।
नजर कमजोर होना
अगर आपको अचानक से धुंधला दिखाई देने लगा है तो ये भी दिमागी नसों में रुकावट का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज करना आपकाे भारी पड़ सकता है।
बेहोशी या संतुलन बिगड़ जाना
अगर किसी इंसान को चक्कर आने लगे, संतुलन न बन पाए या वह बेहोश हो जाए, तो यह भी ब्रेन वेसल ब्लॉकेज का लक्षण हो सकता है।
क्या करें अगर नजर आएं ये लक्षण?
इन लक्षणों को कभी भी नजरअंदाज न करें। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाएं। सही समय पर इलाज मिलने से स्ट्रोक से होने वाले नुकसान को काफी हद तक रोका जा सकता है।
ब्रेन ब्लॉकेज से बचाव के तरीके
बीपी और शुगर को कंट्रोल में रखें
स्मोकिंग और एल्कोहल से दूरी बना लें
हेल्दी डाइट लें।
रोजाना योग करें।
आठ घंटे की नींद जरूर पूरी करें।
तनाव न लें।
समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाएं।