दशहरा के दिन जरूर करें इन चीजों का दान, दुख-दरिद्रता से मिलेगा छुटकारा

दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। विजयादशमी पर दान का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि इस दिन दान करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है तो आइए यहां जानते हैं कि इस दिन क्या दान करना चाहिए?

दशहरा यानी विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इसी दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया और मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था। इस शुभ दिन पर लोग पूजा-पाठ, शस्त्र पूजा और रावण दहन के साथ ही दान-पुण्य आदि जैसे अनुष्ठान करते हैं।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विजयादशमी के दिन किया गया दान व्यक्ति को अक्षय फल देता है, तो आइए इस आर्टिकल में जानते हैं, इस दिन क्या दान करना शुभ माना जाता है?

करें इन चीजों का दान

अन्न और वस्त्र का गुप्त दान
शास्त्रों के अनुसार, इस दिन गुप्त दान को सबसे शुभ माना गया है। इस दिन किसी रूरतमंद, गरीब या ब्राह्मण को अन्न और वस्त्र का दान करना चाहिए। ऐसा करने से घर की दरिद्रता दूर होती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

झाड़ू का दान
झाड़ू को धन का प्रतीक माना जाता है। यह घर से दरिद्रता और नकारात्मकता ऊर्जा को दूर करता है। विजयादशमी के दिन किसी धार्मिक स्थान या रूरतमंद को नई झाड़ू का दान करने से घर के वास्तु दोष दूर होते हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

पीले वस्त्र और मिठाई
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरे पर पीले वस्त्रों का दान करना बेहद शुभ होता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे कारोबार में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और करियर में उन्नति मिलती है।

सुहाग की सामग्री
सुहागिन महिलाओं को इस दिन शृंगार की सामग्री का दान करना चाहिए। इससे मां दुर्गा और मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। साथ ही पारिवारिक जीवन में खुशहाली और समृद्धि आती है।

दान करते समय इन बातों का रखें ध्यान
दान हमेशा ब्राह्मणों, साधुओं, या जरूरतमंद लोगों को ही करना चाहिए।

इस दिन नुकीली या धारदार चीजें और चमड़े से बनी वस्तुओं का दान करने से बचना चाहिए, क्योंकि इन्हें अशुभ माना जाता है।

दान करने के बाद किसी को नहीं बताना चाहिए।

दान करते समय घमंड नहीं करना चाहिए।

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