डीयू ने क्यूएस वर्ल्ड सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में किया सुधार

दिल्ली विश्वविद्यालय ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग सस्टेनेबिलिटी 2026 में सुधार करते हुए वैश्विक स्तर पर 241वां स्थान प्राप्त किया है। पिछले साल डीयू का स्थान 299वां था, जिसमें 58 स्थानों का सुधार हुआ है।
इस बार रैंकिंग में भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों की संख्या पिछले वर्ष के 1744 से बढ़कर इस बार 2002 हो गई है। डीयू कुलपति प्रो योगेश सिंह ने कहा कि रैंकिंग में इस सुधार ने डीयू को भारत के शीर्ष चार संस्थानों (आईआईटी सहित 103 में से) और एशिया के शीर्ष 36 संस्थानों (827 में से) में शामिल कर दिया है। इस रैंकिंग समूह में भारत के शीर्ष 5 संस्थानों में डीयू एकमात्र विश्वविद्यालय है, जिसने इस वर्ष अपनी स्थिति में सुधार किया है।
डीयू ने तीन प्रमुख क्षेत्रों में सुधार किया
डीयू ने प्रमुख तीन श्रेणियों पर्यावरणीय प्रभाव, सामाजिक प्रभाव और शासन में इस बार मजबूत बढ़त दर्ज की है। पर्यावरणीय प्रभाव में डीयू ने इस बार वैश्विक रैंक में 244 से 155 के स्थान पर आकर 89 स्थानों का सुधार किया है। सामाजिक प्रभाव में वैश्विक स्तर पर 43 स्थानों के सुधार के साथ डीयू 478 से 435 पर पहुंच गया है। इस रैंकिंग में डीयू का सबसे मजबूत स्तंभ गवर्नेस रहा है।
गवर्नेस में डीयू का वैश्विक रैंक 31 स्थानों के सुधार के साथ 218 से 187 हो गया है। डीयू का गवर्नेस स्कोर भारत में नंबर एक पर है। गवर्नेस में डीयू का एशिया रैंक 42 से 9 पर आ गया है। आईआईटी सहित भारतीय संस्थानों के साथ डीयू के समग्र स्कोर और तुलना करें तो डीयू का समग्र स्कोर 72.2 से बढ़कर 80.9 हो गया जो प्रमुख भारतीय संस्थानों में सबसे बड़े सुधारों में से एक है।





