रेलवे स्टेशन पर बुधवार को बेटिकट यात्रियों से लेकर पैंट्रीकार तक की जांच की गई। सियालदाह व नीलांचल एक्सप्रेस से लगातार आ रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सियालदाह एक्सप्रेस के आते ही अधिकारियों की टीम पैंट्रीकार के अंदर घुस गई। वहां से अवैध पानी व नॉन ब्रांडेड कोल्डड्रिंक जब्त की गई। गंदगी के बीच खाना पकता मिला। कर्मचारी एप्रेन तक नहीं पहने हुए थे। अग्निशमन यंत्र एक्सपायर हो चुके थे। खाने के पैकेटों पर रेट तक नहीं लिखे थे। तत्काल मैनेजर पर पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया गया।
बदबू इतनी की मुंह-नाक पर हाथ लगा लिया अफसरों ने
इसके बाद प्लेटफॉर्म नंबर चार पर खड़ी नीलांचल एक्सप्रेस की पैंट्रीकार चेक की गई। जहां डीप फ्रीजर की हालत देख अधिकारियों ने मुंह व नाक पर हाथ रख लिया। गंदगी के बीच पनीर व मैदा रखा हुआ था, जो सड़ चुका था। अवैध रूप से पानी की बोतलें और मनमाने दामों पर सामान बिकता मिला।
इतना ही नहीं एक कंटेनर में मट्ठा रखा हुआ था, जिसमें दो लीटर से अधिक मट्ठा होगा। पर, पैंट्रीकार मालिक ने उसमें पांच किलो से ज्यादा बर्फ ठंडा करने के नाम पर डलवा रखी थी, ऐसे ही ट्रेन के शौचालय में भरे जाने वाले पानी को खाने में इस्तेमाल किया जा रहा था। तत्काल पैंट्रीकार मैनेजर पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
अफसरों को देखते ही पहनने लगे ड्रेस
नीलांचल एक्सप्रेस में कर्मचारी बगैर ऐप्रन पहने खाना पका रहे हैं। अफसरों को देखते ही एप्रेन पहनने लगे और पैंट्रीकार की सफाई-धुलाई शुरू कर दी।
कहां-क्या मिली खामियां
सियालदाह एक्सप्रेस
– अवैध पानी व नॉन ब्रांडेड कोल्डड्रिंक बेची जा रही थी।
– पैंट्रीकार में गंदगी के बीच खाना पकाया जा रहा था।
– कुछ कर्मचारियों ने एप्रेन तक नहीं पहने हुए थे।
– अग्निशमन यंत्र एक्सपायर मिले।
– खाने के पैकेटों पर रेट तक नहीं थे।
नीलांचल एक्सप्रेस
-डीप फ्रीजर व फ्रिज में गंदगी के बीच सड़ा मैदा व पनीर
-अवैध रूप से पानी की बोतलें बेची जा रही थीं।
-महंगी दर पर पैसेंजरों को बेचा जा रहा था खाना
-दो लीटर मट्ठे में पांच किलो से ज्यादा बर्फ पड़ी हुई थी।
-ट्रेन के शौचालय में भरे जाने वाले पानी से बनाया जा रहा था खाना।
1500 यात्रियों पर छह लाख का जुर्माना
चारबाग रेलवे स्टेशन पर टिकट चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें डीसीएम एके पांडेय व एसीएम एसएस यादव ने दर्जनभर से अधिक ट्रेनों में बेटिकट यात्रियों को दबोचा। 1500 यात्रियों से छह लाख रुपये वसूले गए।