ठुकरा दी एक करोड़ की रिश्वत…नकली दवा के सबसे बड़े मार्केट पर छापा, छह पर दर्ज हुआ केस

शहर में चल रहे नकली दवाओं के कारोबार के मामले में थाना कोतवाली में छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें हे मां मेडिकल एजेंसी का संचालक हिमांशु अग्रवाल भी नामजद है। उसने एसटीएफ और औषधि विभाग की टीम को कार्रवाई रोकने के एवज में एक करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की थी। टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में पहले ही केस दर्ज कराया था। सोमवार को उसे मेरठ की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। वहीं अवैध कारोबार से जुड़े अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। टीम की जांच चाैथे दिन भी जारी रही।
एसटीएफ और औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने 22 अगस्त की शाम को सैय्यद गली, मोती कटरा स्थित हे मां मेडिको पर छापा मारा था। उसके कार्यालय, प्रथम, द्वितीय और तृतीय तल पर टीम पहुंची थी। गोदाम पर सीजीएसटी की टीम पहले से कार्रवाई कर रही थी। इस कारण एसटीएफ की कार्रवाई नहीं हो सकी थी। तभी नकली दवाओं से भरे टेंपो को पकड़ा था। इसमें 87 लाख की दवाएं बरामद की गई थीं। इन दवाओं को 10 लाख के बिल पर लखनऊ भेजा जाना था।
सैंया निवासी चालक आकिर मलिक ने बताया था कि वह कैंट स्टेशन से पार्सल लेकर आया है। टेंपो बरामद कर दवाओं की जांच दवा कंपनी ने की थी। इसमें दवाओं के नकली होने की पुष्टि की थी। अलेग्रा की टेबलेट बरामद हुई थीं। इस मामले में सोमवार को थाना कोतवाली में सहायक आयुक्त औषधि नरेश मोहन दीपक ने केस दर्ज कराया है। इसमें एमएस लाॅजिस्टिक के संचालक यूनिस उस्मानी व वारिस, दवा कारोबारी हिमांशु अग्रवाल, फरहान, लखनऊ की फर्म के संचालक विक्की और सुभाष कुमार को नामजद किया है। आरोपी कुरियर कंपनी के संचालक फरार हैं। वहीं टीम लखनऊ की फर्मों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
न्यायिक हिरासत में जेल भेजा
एसटीएफ और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) की टीम को एक करोड़ रुपये की रिश्वत ऑफर करने के आरोपी दवा कारोबारी हिमांशु अग्रवाल को सोमवार को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया। अपर जिला जज विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम अभिषेक उपाध्याय ने उसे 14 दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। आरोपी से बरामद एक करोड़ रुपये आगरा कोषागार में जमा कराने के आदेश दिए गए।
टीम को मिली थी सूचना
शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि बस्ती मंडल के एसएफडीए में सहायक आयुक्त नरेश मोहन दीपक ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि आगरा के कमला नगर निवासी हिमांशु अग्रवाल बड़े पैमाने पर नकली दवाओं का कारोबार कर रहा है। वह अपनी टीम और एसटीएफ के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को आरोपी की हे मां मेडिको एजेंसी पर जांच के लिए पहुंचे थे।
नकली दवाई का भंडारण
जांच के दौरान पता चला कि फर्म पर करोड़ों की जीएसटी चोरी और नकली दवाई का भंडारण किया जा रहा है। जांच के दौरान आरोपी एक करोड़ रुपये लेकर पहुंचा और टीम में शामिल अधिकारियों को रिश्वत लेकर उसे छोड़ने और किसी दूसरे का माल पकड़वाने की पेशकश की थी। एसटीएफ ने रिश्वत की रकम जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। एफएसडीए टीम ने भी बड़ी मात्रा में दवा जब्त की थी।
आगरा कोषागार में जमा होंगे एक करोड़ रुपये
दवा कारोबारी हिमांशु अग्रवाल को सोमवार को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया। अपर जिला जज विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम अभिषेक उपाध्याय ने उसे 14 दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। आरोपी से बरामद एक करोड़ रुपये कोषागार में जमा कराने के आदेश दिए हैं। वहीं एसटीएफ का कहना है कि आरोपी नकली दवाओं के मामले में दर्ज मुकदमे में नामजद किया है। इसमें भी उसकी रिमांड ली जाएगी।