‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ से आमिर की ‘बेटी’ को हुआ ऐसा नुकसान, करना होगा इस मुसीबत का सामना
दंगल में मिली तारीफों का फायदा फातिमा सना शेख को ठग्स ऑफ हिंदुस्तान के बाद नहीं मिलेगा। फिल्म के साथ वह भी कोई कमाल दिखाने में नाकाम रहीं। जबकि उनके साथ दंगल में आईं सान्या मल्होत्रा और जायरा वसीम अब उनसे आगे खड़ी हैं। कैसे होगी फातिमा के नुकसान की भरपाई…
ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की बॉक्स ऑफिस किस्मत तय हो जाने के बाद हिसाब लगाया जा रहा है कि किसे कितना नुकसान हुआ। आमिर खान और अमिताभ बच्चन को फिल्म से झटका जरूर लगा, परंतु उनके करिअर पर इससे कोई असर नहीं पड़ेगा। प्रोडक्शन हाउस यशराज फिल्म्स की फिल्में पुरानी गति से बनती रहेंगी। ग्लैमरस कैटरीना कैफ की फैन फलोइंग बरकरार है।
जानकारों के अनुसार फिल्म ने सबसे तगड़ा झटका फातिमा सना शेख को दिया है। जो फिल्म में राजकुमारी जफीरा बेग का किरदार निभा रही हैं। 2016 में दंगल की सफलता ने फातिमा को रातोंरात स्टार बना दिया था परंतु ठग्स ने उनकी किस्मत को चकमा दे दिया। बॉलीवुड में सफलता स्थायी नहीं होती और नए शुक्रवार की फिल्म कलाकार का ग्राफ तय करती है। ठग्स की विफलता ने निर्माता-निर्देशकों के बीच फातिमा के ग्राफ को नीचे ला दिया है।
जानकारों की मानें तो फातिमा के लिए आगे की राह कठिन बन गई है। ठग्स के लिए उनका नाम आमिर खान ने आगे बढ़ाया था। दंगल में उनके पिता बने आमिर फिल्म के बाद उनके मार्गदर्शक बन गए। उनके रोमांस की चर्चाएं भी हुईं। तब बाकी निर्माता-निर्देशक समझ गए फातिमा अब आमिर के अलावा किसी की नहीं सुनेंगी। सूत्र बताते हैं कि दंगल की कामयाबी के बाद फातिमा के पास प्रस्तावों की भरमार थी परंतु अब हालात बदल गए हैं। फातिमा को आगे आमिर या यशराज फिल्म के सर्वेसर्वा आदित्य चोपड़ा कोई सहारा देते हैंए तभी वह मुश्किल से उबर पाएंगी।
सूत्रों की मानें तो ठग्स ने फातिमा को व्यक्तिगत रूप से निराश किया क्योंकि फिल्म के अंतिम कट में उनका किरदार वैसे नहीं निकला, जैसी वह उम्मीद कर रही थीं। आमिर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मेरी हर फिल्म में नायिकाएं केंद्र में होती हैं। दंगल देखें या गजनी। रंग दे बसंती की कहानी भी एक ब्रिटिश युवती की थी। ठग्स में कहानी फातिमा के किरदार के इर्द-गिर्द जरूर है परंतु फिल्म देख कर साफ है कि फातिमा नाम मात्र को केंद्र में हैं। सारी घटनाएं असल में आमिर के आस-पास ही घूम रही हैं।
सूत्रों की मानें तो ठग्स की शूटिंग से पहले और शूटिंग के दौरान फातिमा को कई फिल्में ऑफर हुईं परंतु उन्होंने आमिर की तरफ देखते हुए हर किसी को इंकार किया। कहा गया कि ठग्स की रिलीज के बाद ही वह आमिर की सलाह पर फिल्में चुनेंगी। परंतु अब तस्वीर बदल चुकी है। फिल्म में एक तो फातिमा नॉन ग्लैमरस दिखीं, दूसरे उनकी एक्टिंग भी खास प्रभाव छोड़ने वाली नहीं थी।
जानकारों का दावा है कि फातिमा के लिए ठग्स की नाकामी दिक्कतें पैदा करेगी क्योंकि वह इससे स्टारडम की रेस में पिछड़ गईं। यहां तक कि दंगल में फातिमा से कमतर रोल करने वाली सान्या मल्होत्रा बधाई हो की सफलता से बाद उनसे ज्यादा डिमांड में हैं। जूनियर गीता का रोल करने वाली जायरा वसीम तक सीक्रेट सुपरस्टार के बाद प्रियंका चोपड़ा और फरहान अख्तर के साथ स्काई इज पिंक जैसी फिल्म कर रही हैं। फातिमा भले ही आमिर के साथ दो लगातार फिल्मों में आईं परंतु इंडस्ट्री में सबका ध्यान अब नई नवेली जाह्नवी कपूर और सारा अली खान पर है।
वास्तव में दंगल की सफलता के बाद फातिमा को ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट साइन करने चाहिए थे परंतु ऐसा नहीं हुआ, जिसका नुकसान अब उन्हें हो रहा है। ठग्स की नाकामी के बाद उनके पास चयन की गुंजाइश भी ज्यादा नहीं होगी। दंगल और ठग्स में सीरियस रोल करने के बाद उन्हें रोमांटिक फिल्म में लेने का जोखिम उठाने वाले कम होंगे या फिर उन्हें किसी मल्टीस्टारर फिल्म में रोमांटिक रोल में खुद को साबित करना पड़ेगा। फिल्म ट्रेड की चर्चाओं को मानें तो फातिमा की ठग्स आने के पहले दो बड़े निर्देशकों ने उन्हें अपनी फिल्मों के प्रस्ताव दिए थे।
विशाल भारद्वाज पटाखा में सान्या मल्होत्रा से पहले फातिमा को लेना चाहते थे। दूसरी हीरोइन मृणाल ठाकुर थीं। फातिमा ने इंकार किया तो विशाल ने सान्या को साइन किया। एक अन्य खबर के मुताबिक फातिमा को फिल्म देने वाले दूसरे निर्देशक थे अनुराग बसु। चर्चा थी कि बसु ने अपनी लाइफ इन अ मेट्रो के सीक्वल में तापसी पन्नू के इंकार के बाद फातिमा से बात की।
तब तक ठग्स की शूटिंग पूरी हो चुकी थी। परंतु फातिमा मल्टीस्टारर फिल्म को तैयार नहीं थी। उन्हें लग रहा था कि यह फिल्म चली तो सोलो हीरोइन के रोल बरसेंगे। फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है और इसमें अलग-अलग कहानियां होंगी। अत: सूत्रों का कहना है कि हो सकता है, आने वाले दिनों फातिमा अब तापसी द्वारा इंकार की गई भूमिका को स्वीकार कर लें।