टीम में वापस आने के लिए इस तेज गेंदबाज ने इस गेंद को बनाया अपना हथियार

कर्नाटक रणजी टीम के कप्तान आर विनय कुमार ने अभी टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद छोड़ी नहीं है। तेज गेंदबाज विनय चार साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में काफी महंगे साबित हुए थे, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
टीम में वापस आने के लिए इस तेज गेंदबाज ने इस गेंद को बनाया अपना हथियार33 वर्षीय तेज गेंदबाज ने हालांकि रणजी ट्रॉफी में जबर्दस्त प्रदर्शन करके एक बार फिर चयनकर्ताओं को उनके नाम पर विचार करने के लिए मजबूर किया है। विनय ने इस दौरान अपनी फिटनेस पर काफी काम किया और स्टॉक गेंद पर कमांड की।

कुमार ने कहा कि एक पारी में पांच विकेट लेने से ज्यादा खुशी उन्हें साझेदारी तोड़ने में होती है। उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत में कहा कि उन्हें छोटी चीजें करने में ज्यादा खुशी होती है, जिसमें कड़ी मेहनत करना पड़े। कर्नाटक के कप्तान ने कहा, ‘गेंदबाज पांच विकेट लेकर हमेशा खुश होते हैं। मैं उस तरह का गेंदबाज हूं, जो पार्टनरशिप तोड़कर खुश होता है। यह मेरे लिए 5 विकेट लेने जैसा है। ये छोटे-छोटे पल ही हैं, जिनका मैं खूब आनंद लेता हूं। साझेदारी तोड़ना मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है। भारतीय टीम में जगह बनाना हमेशा मेरे दिमाग में रहता है, लेकिन मैं अपनी खुशी इन छोटी चीजों में ढूंढता हूं और ये मुझे अपने गेम में कठिन परिश्रम करने में मदद करते हैं।’

घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले विनय ने कहा कि वो अपने खेल के साथ संयम बरतते हैं। उन्होंने कहा, ‘पिछले तीन साल में, मुझे बीसीसीआई से तीन अवॉर्ड्स मिले हैं। बेस्ट बॉलर (2014-15 रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट)और बेस्ट ऑलराउंडर अवॉर्ड (2013-14 लिमिटेड ओवर क्रिकेट में )। प्रदर्शन के आधार पर मुझे कोई शक नहीं है कि मैं इंडियन टीम में वापसी करूंगा, लेकिन मुझे मौके का इंतजार है।’

उन्होंने अपने लक्ष्य को निर्धारित करने की बात कही क्योंकि इससे बड़ी चीजों को पाने में मदद मिलती है। वह चुनौतियां का सामना करना पसंद करते हैं और यही उनके भीतर से बेस्ट लेकर आती है। 

उन्होंने कहा, ‘इसको देखने के दो तरीके हैं- एक है, निराश हो जाना और वो करने की कोशिश करना, जिसे करने के आप आदी नहीं हो या दूसरा उसको सीधा रखें और वही करें जो आप करते आए हैं, जब भी आपको मौका मिले अपने क्रिकेट का आनंद लें, लगातार अच्छा प्रदर्शन करें और अपने लक्ष्य को थोड़ा ऊपर रखें। आप अपना लक्ष्य पा सकते हैं और नहीं भी पा सकते, लेकिन इस तरह की चुनौतियां आपको अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती हैं। दिन के अंत में जब मैं अपने कमरे में वापस जाता हूं, मुझे इस बात को लेकर खुश होना चाहिए जिस तरह की मैंने गेंदबाजी की। ये अच्छा महसूस करने वाला कारक मेरे लिए अहम है।’

 
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