जानें, अभिजीत के पिता रमेश यादव का प्रोफाइल, क्या करता है परिवार

उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के छोटे बेटे अभिजीत यादव की हत्या की गुत्थी उलझती जा रही है. हत्या के आरोप में पुलिस ने अभिजीत की मां मीरा यादव को गिरफ्तार तो कर लिया है लेकिन शुरू में गुनाह कबूलने वाली मीरा यादव अब अपने बयान से पलट गई है. मीरा यादव का कहना है कि उसका बेटा अपने आप मरा, न कि उसने हत्या की है.

इससे पहले अभिजीत की मां मीरा ने पुलिस हिरासत में कबूला कि उसने ही अपने बेटे की हत्या गला दबाकर की. मीरा ने बताया कि अभिजीत जब नशे में था, वह उनसे बदतमीजी कर रहा था और उसने उन्हें मारने की भी कोशिश की. मीरा यादव ने बताया कि अपना बचाव करने के लिए उन्होंने वापस अभिजीत को मारा, इसके बाद अपनी ‘चुन्नी’ से उसका गला ही दबा दिया. मीरा यादव ने पुलिस को बताया कि अभिजीत को मारने के बाद उसने अपनी चुन्नी को जला दिया.

बाद में मीरा यादव ने हिरासत में लिए जाते वक्त मीडिया से कहा कि उसे हत्या मामले में फंसाया जा रहा है, जबकि उसे अभिजीत की मौत की कोई जानकारी नहीं है.

आपको बता दें रमेश यादव विधान परिषद् के सभापति हैं. उनकी दो पत्नी रही हैं. पहली पत्नी से 3 बेटी और एक बेटा है. बेटा आशीष यादव विधायक रह चुका है और उनका राजनैतिक वारिस है. ये पूरा परिवार एटा में है. रमेश यादव बतौर सभापति बड़े सरकारी मकान में लखनऊ में रहते हैं, जहां वो अकेले रहते हैं.

दूसरी पत्नी से दो बेटे हैं अभिषेक और अभिजीत. दोनों दारुल सफा के छोटे सरकारी आवास में रहते थे. मीरा यादव उनकी दूसरी पत्नी है वो रमेश यादव को मिले छोटे सरकारी मकान में दारुल सफा में रहती है. मीरा यादव को पहले परिवार जैसी सामाजिक मान्यता हासिल नहीं है. अक्सर मां और अभिजीत में तनाव रहा है.

इस मामले के बारे में अभिजीत के बड़े भाई अभिषेक ने ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. अभिषेक ने ही अपनी मां के खिलाफ 302 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है. जब तक हत्या की बात सामने नहीं आई थी, तब तक परिवार इसे प्राकृतिक मृत्यु ही बता रहा था. परिवार के बयान के मुताबिक, रविवार सुबह अभिजीत अपने बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़ा मिला था.

परिजनों का कहना था कि अभिजीत शनिवार रात करीब 11 बजे घर आया था. तब उसने सीने में दर्द की जानकारी मां को दी थी. मां ने सीने में मालिश कर उसे सुला दिया था. सुबह जब काफी देर तक अभिजीत नहीं उठा तो मां उसे उठाने पहुंची. शरीर में कोई हरकत न होती देख भाई को भी बुलाया. भाई ने विवेक की नब्ज जांची तो पता चला उसकी मौत हो चुकी थी.

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