पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सोमवार देर रात सांसद मनोज तिवारी, कुमार विश्वास और एक अन्य वरिष्ठ नेता ने एक साथ डिनर पर चर्चा की थी। इस दौरान उनके साथ एक कार और थी, जिसमें अन्य नेता थे, लेकिन वे चर्चा में शामिल नहीं थे। बताया जा रहा है कि डिनर मीटिंग के बारे में पहले से ही योजना बनी थी। काफी देर तक चली इस मुलाकात की खबर मंगलवार सुबह तक कार्यकर्ताओं में तेजी से फैल गई।
मनोज तिवारी के साथ कुमार विश्वास की मुलाकात के बाद जहां राजनीतिक गलियारों में सियासी चर्चाओं का दौर है, वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता भी मानते हैं कि कुमार विश्वास के लिए लोकसभा के चुनावी रण में भाजपा की ओर से उतरना आसान हो सकता है। इसके पीछे तर्क है कि दिल्ली की सात में से पांच लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार का चुनाव लगभग तय है। फिर चाहे वह दक्षिणी दिल्ली हो या नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के शाहदरा, सीलमपुर, वेलकम जैसे इलाकों पर पार्टी का फोकस ज्यादा है। लेकिन इस लोकसभा सीट का इतिहास पार्टी को बार बार विचार करने पर भी मजबूर करता है। ऐसे में कुमार विश्वासभाजपा में शामिल होते हैं तो उनके लिए राह आसान हो सकती है। उधर कहा ये भी जा रहा है कि कुमार विश्वास के नाम को लेकर पार्टी हाईकमान का भी अब तक सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है।