चीन की इस हरकत से खड़ा हुआ विवाद, इन मजदूरों को लगा दी कोरोना की वैक्सीन…
पापुआ न्यू गिनी में चीन की एक माइनिंग कंपनी ने अपने वैक्सीनेशन ट्रायल में कोविड-19 के खिलाफ कर्मचारियों की इम्यूनिटी बढ़ने का दावा किया है. यह रिपोर्ट शुक्रवार को ‘दि ऑस्ट्रेलियन’ नामक अखबार में भी प्रकाशित हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, पापुआ गिनी के हेल्थ मिनिस्टर जेल्टा वॉन्ग ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय माइनिंग कंपनी (रामू निको मैनेजमेंट) के इस दावे की जांच कर रहा है. इसे लेकर काफी विवाद खड़ा हो गया है.
‘नेशनल पैंडेमिक रिस्पॉन्स कंट्रोलर’ डेविड मैनिंग ने गुरुवार को ही पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) में कोविड-19 वैक्सीन पर होने वाले ट्रायल या टेस्टिंग को बैन कर दिया था. बाद में पता लगा कि नेशनल हेल्थ डिपार्टमेंट ने यहां किसी भी तरह के वैक्सीन ट्रायल की मंजूरी नहीं दी थी.
मैनिंग ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा, ‘पीएनजी में आयात होने वाली किसी भी वैक्सीन को नेशनल हेल्थ डिपार्टमेंट से अप्रूवल मिलना जरूरी है. ट्रायल के सभी जरूरी चरणों, प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं से वैक्सीन का होकर गुजरना जरूरी है. साथ ही वो WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) से प्री क्वालीफाइड होनी चाहिए.’
पापुआ न्यू गिनी के मदांग शहर में स्थित इस कंपनी से अभी तक संपर्क नहीं हो सका है. कंपनी का एक ‘वैक्सीनेशन स्टेटमेंट’ डॉक्यूमेंट बताता है कि यहां 10 अगस्त को चीन के 48 कर्मचारियों पर SARS-COV-2 की वैक्सीन को टेस्ट किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनजी के स्वास्थ विभाग का कहना है कि वैक्सीनेट होने वाले लोगों पर इसके कई अच्छे-बुरे नतीजे हो सकते हैं.
वहीं, मैनिंग ने चीन के राजदूत क्ज्यू बिंग को पत्र लिखकर इस मामले पर चीनी सरकार के स्पष्टीकरण की मांग की है. ऑस्ट्रेलिया, पापुआ न्यू गिनी का पड़ोसी है और विदेशी सहायता का सबसे बड़ा केंद्र है. दि ऑस्ट्रेलियन की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों के कर्मचारियों का उपयोग करके इलाके में कोरोना वैक्सीन का परीक्षण शुरू किया है.
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस मामले पर जल्दबाजी में कोई बयान नहीं दिया है. बता दें कि पापुआ न्यू गिनी 90 लाख लोगों की आबादी वाला एक गरीब देश है. यहां ज्यादातर लोग खेती पर निर्भर हैं. देश में अभी तक कोविड-19 के 361 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से चार लोगों की मौत हुई है.
हालांकि पिछले एक महीने से यहां कोरोना वायरस के मामले काफी तेजी से बढ़ने लगे हैं. देश की राजधानी पोर्ट मोर्सबी में महामारी को नियंत्रित करने के लिए कर्फ्यू लागू किया जा रहा है.
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के अब तक 2 करोड़ 28 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 7 लाख 97 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है.