गुजरात से नहीं टकराएगा ‘वायु’ चक्रवात, लेकिन अभी भी हाईअलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात वायु गुजरात से नहीं टकराएगा. यह वेरवाल, पोरबंदर, द्वारका के नजदीक होते हुए गुजरेगा. भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने बताया, ‘गुजरात से चक्रवात नहीं टकराएगा. यह वेरावल, पोरबंदर और द्वारका से होकर गुजर जाएगा. इसका असर तटीय क्षेत्रों में देखने को मिल सकता है. इन इलाकों में तेज हवा और भारी बारिश हो सकती है.’ वहीं गुजरात में हाईअलर्ट रहेगा, क्योंकि मौसम काफी खराब हो सकता है. इसके अलावा समुद्र भी रुद्र रूप धारण कर सकता है. कई इलाकों में बारी बारिश हुई हैं, वहीं तेज हवाएं भी चल रही हैं. प्रशासन ने किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रखी है. चक्रवात वायु ने रात भर में अपना रास्ता बदल लिया है. गुजरात से टकराने वाले चक्रवात ने अपना रास्ता बदलकर समुद्र की ओर रुख किया है.
- गुजरात के मंत्री भूपेंद्र सिंह चुड़ासमा ने कहा कि चक्रवात वायु के मद्देनजर जारी किए गए हाईअलर्ट के बाद भी सोमनाथ मंदिर खुला रहेगा. उन्होंने कहा, ‘ये कुदरती आफत है. कुदरत ही रोक सकती है. तो कुदरत को हम क्या रोकें.’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘मंदिर बंद नहीं रह सकते. हमने यात्रियों से न आने की अपील की है. लेकिन आरती की सालों से हो रही है, ऐसे में उसे नहीं रोक सकते.’
- चक्रवात का असर महाराष्ट्र में भी देखने को मिल सकता है. प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवा देखने को मिली. अरब सागर में ऊंची-ऊंची लहरें देखने को मेिली हैं. वहीं कोंकण क्षेत्र में सभी बीच लोगों के लिए बंद कर दिए गए हैं.
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- पश्चिम रेलवे ने बुधवार को बताया कि चक्रवात वायु के चलते आने वाली संभावित आपदा को देखते हुये रेलवे ने 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है. रेलवे ने ताजा बुलेटिन में बताया कि पश्चिम रेलवे ने चक्रवात वायु से होने वाली संभावित आपदा को देखते हुये मुख्यमार्ग की 70 रेलगाड़ियों को पूरी तरह निरस्त और ऐसी ही 28 ट्रेनों को आंशिक रूप से समाप्त करते हुये गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है.
- लोगों की दिक्कतों को देखते हुये पश्चिम रेलवे की विशेष राहत ट्रेनें चलाने की योजना है. ये विशेष ट्रेनें गांधीधाम, भावनगर पारा, पोरबंदर, वेरावल और ओखा से प्रत्येक जगह से चलेंगी ताकि वहां से लोगों को निकालने में मदद मिले.
- तटीय क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखा गया है. वहीं नेवी के गोतोखारों की टीम के अलर्ट पर रखा गया है.
- एनडीआरएफ, तटरक्षक बल, सेना, नेवी, वायुसेना और बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
- मछुआरों को गुजरात तट के पास समुद्र में 15 जून का न उतरने की सलाह दी है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने यात्रियों को पहले ही द्वारका, सोमनाथ, सासन और कच्छ जैसे इलाकों को छोड़कर सुरक्षित जगहों पर चले जाने की सलाह दी है.
- गुजरात तट के नजदीक स्थित सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर चक्रवात ‘वायु’ को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर कामकाज अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है.
- गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर में एक समीक्षा बैठक के बाद कहा, ‘राज्य सरकार ने गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय किया है. ऐहतियाती कदम के तौर पर सौराष्ट्र क्षेत्र के सभी हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे.’ उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में स्थित तीर्थस्थलों के लिए बस सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोगों को सुरक्षित रहने के लिए स्थानीय एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई जा रही जानकारी का अनुसरण करते रहने के लिए कहा है. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा है, ‘चक्रवात वायु से प्रभावित होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा और हित के लिए प्रार्थना करता हूं. सरकार और स्थानीय एजेंसी जानकारी मुहैया करा रही हैं, जिसका मैं प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अनुसरण करने का अनुरोध करता हूं.’