फॅमिली संग बना रहे घूमने का प्लान तो जरूर जाइये गुजरात के दीव

नई दिल्ली। दीव अपने खूबसूरत सी बीचेज, चर्च और नैचरल ब्यूटी के लिए दुनियाभर में पॉप्युलर हैं। अरब सागर में एक द्वीप के रूप में बसा यह टूरिस्ट प्लेस गुजरात के एक छोर पर स्थित है। यकीन मानिए, यहां बीच पर मस्ती करने का अलग ही मजा है। दीव में घूमने के लिए बहुत कुछ है। हम आपको कुछ खास चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप मिस करना नहीं चाहेंगे…
दीव फोर्ट
दीव फोर्ट तीन साइड से समुद्र और चौथी साइड से एक छोटी नहर से घिरा है। नहर की तरफ से ही किले का ऐंट्री गेट भी है। 16वीं सदी में बने इस किले में आप उस जमाने की तोपें और तलवारें आज भी देख सकते हैं। आसपास की जगहों पर घूमने के लिए यहां से बोटिंग की भी सुविधा है।
चक्रतीर्थ बीच
कहा जाता है कि जालंधर दैत्य को मारने के लिए भगवान विष्णु ने यहीं से चक्र चलाया था। इसलिए इसका नाम चक्रतीर्थ पड़ा। यह बीच इतना शांत है कि आपको लहरों की आवाज के अलावा यहां कुछ नहीं सुनाई देगा। यहां से आसपास की छोटी- छोटी पहाड़ियां बेहद सुंदर दिखती हैं। अगर आप रात में यहां पर आ जाएं, तो लहरों की आवाज पहाड़ियों से टकराती हुई एक अलग तरह का अहसास दिलाती है। बीच के किनारे लाइन पर लगे नारियल के पेड़ भी मन मोहते हैं। यहां पर एक शिव मंदिर है, जहां से सनराइज देखने का भी अपना मजा है।
पनीकोटा
कालेपानी के नाम से जानी जाने वाली यह इमारत फोर्ट के बिल्कुल सामने है। नजदीक से देखने के लिए यहां से बोट की भी सुविधा है। सेंट पॉल चर्च को अब म्यूजियम में बदल दिया गया है। यहां पर आपको क्रिश्चियन कल्चर की झलकर दिखातीं मूर्तियां, शिलालेख और उस वक्त की कला के कई क्रिएटिव नमूने देखने को मिलेंगे।
गंगेश्वर मंदिर
गंगेश्वर मंदिर फुदम गांव में एक झुकी हुई चट्टान के नीचे एक छोटी सी गुफा में स्थित है। माना जाता है कि वनवास के दौरान भटकते हुए पांडव इस गुफा में रुके थे और उन्होंने यहां पर पांच शिवलिंग स्थापित किए थे। आप इस मंदिर को हमेशा नहीं देख सकते, क्योंकि अक्सर समुद्र का पानी बढ़ने पर यह गुफा पानी में डूब जाती है।