क्या सच में 1.5 लाख का है पीएम का चश्मा? ये रहा पूरा सच
नई दिल्ली। 26 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्यग्रहण लगा। आम लोगों के साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस सूर्य ग्रहण को देखा। पीएम ने ग्रहण देखते हुए सोशल मीडिया में अपनी तस्वीरें भी शेयर कीं। इन तस्वीरों पर जहां ढेरों मीम्स बन गए वहीं कुछ लोग पीएम के चश्मे पर सवाल उठाने लगे।
दरअसल पीएम ने सूर्यग्रहण देखने के लिए एक खास तरह के चश्मे का प्रयोग किया था। इसके बाद से ही चश्मे की कीमत को लेकर पीएम मोदी को सोशल मीडिया में ट्रोल भी किया जा रहा है। तमाम लोगों के साथ नरेंद्र मोदी के राजनीतिक विरोधी भी उन पर निशाना साध रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ये तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा- अन्य भारतीयों की तरह मैं भी सूर्य ग्रहण को लेकर उत्साहित था। लेकिन निराशाजनक तौर पर मैं बादलों की वजह से सूरज को नहीं देख सका। हालांकि मैंने कोझिकोड और अन्य जगहों की लाइव स्ट्रीम की मदद से सूर्य ग्रहण को देखा। विशेषज्ञों से चर्चा के दौरान इस विषय को लेकर मैंने अपना ज्ञान भी बढ़ाया है।
पीएम द्वारा शेयर की गईं तस्वीरों में से एक में वह चश्मा लगा कर आसमान में सूर्य ग्रहण देखते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स उनके चश्मे के दाम और उसके ब्रांड के सबूत देते हुए ट्रोल करने लगे। तमाम ट्विटर यूजर्स ने दावा किया है कि पीएम मोदी ने जिस चश्मे को पहना है उसकी कीमत करीब डेढ़ लाख है और पीएम मोदी द्वारा पहना गया चश्मा विदेशी कंपनी Maybach eyewear का है। ये जर्मनी की कंपनी है। बता दें कि मेबैक आईवियर का नाम दुनिया के सबसे मंहगे आईवियर कंपनियों में शुमार है।
चश्मे का ‘पोस्टमार्टम’ करते हुए यूजर्स लिखने लगे कि ऐसा फकीर कहां दिखेगा जो 1.5 लाख के चश्मे लगाता है। कुछ अन्य यूजर्स ने लिखा कि देश की अर्थव्यवस्था गर्क में जा रही है औऱ हमारा प्रधानमंत्री 10 लाख का सूट और 1.5 लाख के चश्में पहन रहा है। कांग्रेस की मीडिया प्रभारी राधिका खेरा ने लिखा- फकीर की फकीरी The “Artist” III – ₹1,55,000, कलेक्शन का नाम ग्राहक के हिसाब से उपयुक्त है!