क्या आपका DNA है तनाव का कारण? ये हैं जेनेटिक स्ट्रेस के 3 संकेत!

इन दिनों कई लोग तनाव का शिकार है। बदलती लाइफस्टाइल और अन्य कई समस्याएं इसकी वजह बनती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई बार तनाव जेनेटिक भी हो सकता है। इस बारे में एक स्टडी में पता चला है। आइए जानते हैं कैसे करें जेनेटिक स्ट्रेस (signs of genetic stress) की पहचान।
तनाव इन दिनों हमारी लाइफस्टाइल का एक हिस्सा बन चुका है। काम का प्रेशर हो या घर-परिवार की चिंता लोग कई वजहों से स्ट्रेस का शिकार हो जाते हैं। यही वजह है कि स्ट्रेस इन दिनों एक आम मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम बन चुका है। आमतौर पर तनाव दिमाग से जुड़ी समस्या मानी जाती है, लेकिन कैसा होगा अगर हम कहें कि इसका कनेक्शन आपके जीन, हार्मोन्स और एनर्जी से भी है।
जेनेटिक भी होता तनाव?
आपको जानकर हैरानी होगी कि तनाव आपके डीएनए में भी हो सकता है। जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना। फोर्टिस हॉस्पिटल, फरीदाबाद में न्यूरोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. विनीत बंगा बताते हैं कि करीब 80% भारतीय नियमित तनाव का अनुभव करते हैं, जिसमें महिलाओं में यह ज्यादा आम है। आमतौर पर ऐसा बदलती लाइफस्टाइल की वजह से होता है, लेकिन तनाव सिर्फ इस बारे में नहीं है कि आपके साथ क्या होता है।
यह इस बारे में भी है कि आपका ब्रेन और शरीर किस तरह से रिएक्ट करता है। एक शोध से भी यह पता चलता है कि कुछ छिपे हुए जेनेटिक लक्षण, जिन्हें एंडोफेनोटाइप कहा जाता है, हमारे रोज लिए जाने वाले तनाव की वजह बनते हैं।
संकेत जो बताते हैं कि आपका स्ट्रेस जेनेटिक है
आलोचना या संघर्ष के प्रति सेंसिटव होना
अगर आप उन लोगों में से एक हैं, जो छोटी-छोटी आलोचनाओं को लेकर घंटों या दिनों तक परेशान रहते हैं, तो हो सकता है कि आपका तनाव आम तनाव से अलग हो। यह संकेत है कि जेनेटिक स्ट्रेस का शिकार हैं।
तनाव होने पर फोकस करने में मुश्किल होना
अगर आपको तनाव के समय ध्यान केंद्रित करने, फैसला लेने या अपना काम पूरा करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, तो यह आनुवंशिक तनाव की ओर इशारा कर सकता है।
मामूली तनाव में भी फिजिकल रिएक्शन होना
अगर छोटे-मोटे तनाव की वजह से आपकी दिल की धड़कन तेज हो जाती है, आपको पसीना आता है या छोटी-छोटी तनाव से भरी बातों के बाद आपको थकावट महसूस होती है, तो यह बताता है कि आपका तनाव जेनेटिक है।
कैसे मैनेज करें तनाव
फिजिकली एक्टिव रहें- व्यायाम से आपका तनाव गायब नहीं होगा, लेकिन यह आपकी इमोशनल इन्टेंसिटी को कम कर सकता है, आपके विचारों को साफ कर सकता है और अपनी समस्याओं से शांति से निपटाने में मदद कर सकता है।
अपनों की मदद लें- अपने साथियों, दोस्तों और परिवार की मदद लें। अपनों का एक अच्छा सपोर्ट नेटवर्क आपकी काम की परेशानियों को कम कर सकता है और आपको चीजों को अलग नजरिए से देखने में मदद करता है।
खुद के लिए समय निकालें- इन दिनों ज्यादातर लोग घंटों काम करते हैं। ऐसे में काम और बाकी चीजों से अलग अपने लिए कुछ समय निकालें और कुछ ऐसा करें जो आपको सच में पसंद हो।
खुद को चुनौती दें- अपने लिए नए लक्ष्य और चुनौतियां तय करें, चाहे काम पर हो या बाहर। आप इसके लिए कोई नई भाषा सीख सकते हैं या कोई नई एक्टिविटी शुरू कर सकते हैं। इससे आप कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और तनाव से निपटने में मदद मिल सकती है।
अनहेल्दी आदतों से बचें- अपने तनाव से निपटने के लिए शराब, धूम्रपान और कैफीन पर निर्भर न रहें। ये सभी अनहेल्दी चीजें हैं, जो मेंटल और फिजिकल दोनों तरह की हेल्थ खराब करती है।