कोरोना को लेकर WHO ने दुनिया भर को दी ये राहत, कहा- हमारे पास अभी भी…

WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस से जंग में अभी उम्मीद की किरण बाकी है. WHO का ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2 करोड़ के पार हो चुकी है. इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने से अब तक साढ़े 7 लाख लोग जान गंवा चुके हैं.

WHO के निदेशक टेडरस अधनोम ने जेनेवा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘मैं जानता हूं आप में से बहुत से लोग काफी दुख में हैं. पूरी दुनिया के लिए ये बड़ा मुश्किल समय है. लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारे पास अभी भी उम्मीदें बाकी हैं, फिर चाहे वो कोई देश, क्षेत्र, शहर या कोई कस्बा ही क्यों ना हो. कोविड-19 को रोकने में अभी भी बहुत देरी नहीं हुई है.’

टेडरस ने कहा, ‘साउथ-ईस्ट एशिया के देश, न्यूजीलैंड, रवांडा, कैरिबियन और प्रशांत के द्वीप भी वायरस से जल्द निजात पाने में सफल हुए हैं.’ इतना ही नहीं, फ्रांस, जर्मनी, साउथ कोरिया, स्पेन, इटली और ब्रिटेन जैसे उन देशों ने भी वापसी की है, जिन्हें कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया था.

WHO प्रमुख ने आगे कहा कि प्रभावित देशों में नए मामलों की दर में गिरावट, उनके नेताओं द्वारा उठाए गए मजबूत और सटीक कदम का ही परिणाम है. उन्होंने घर में रहना या मास्क पहनना जैसे कई सख्त कदम उठाए गए हैं. जॉन हॉपकिंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस का सबसे बुरा प्रभाव अमेरिका पर पड़ा है.

अमेरिका में लगभग 50 लाख लोग संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 1 लाख 62 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि ज्यादा टेस्टिंग करने की वजह से यूएस में इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित सामने आए हैं. हालांकि रोग विशेषज्ञ ट्रंप के इस दावे को खारिज करते हैं. ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका ने दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट किए हैं. उसके बाद भारत ने सबसे ज्यादा टेस्ट किए हैं.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में कुछ ही राज्य ऐसे हैं, जहां बड़ी संख्या में रोगियों को अस्पताल में दाखिल किया गया या उनकी मौतें हुईं. अमेरिका में अब तक 1 लाख 62 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि व्हाइट हाउस ने पहले अनुमान लगाया था कि दिसंबर तक अमेरिका में तकरीबन 3 लाख लोगों की मौत होगी.

‘द इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड एवल्यूशन’ ने भी अस्पतालों के बेड और वेंटिलेटर्स के बढ़ने की संभावना जताई थी. शुक्रवार को न्यूयॉर्क के गवर्नर ने भी लॉकडाउन के बाद स्कूलों को खोलने का ऐलान किया. इस पर टेडरस ने कहा कि हम सभी स्कूलों को फिर से खुलते देखना चाहते हैं, लेकिन हमें छात्र और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी जरूरत है.

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