कोबरा बटालियान के कमांडो विकास का नम आंखों से दी अंतिम विदाई, उमड़ जनसैलाब

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हुए कोबरा बटालियान के कमांडो विकास कुमार के अंतिम दर्शन के लिए पैतृक गांव लामा में बुधवार को जनसैलाब उमड़ पड़ा। सीआरपीएफ के आईजी, डीआईजी तथा चित्रकूटधाम मंडल के डीआईजी व उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में सैनिकों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद घर से कुछ दूरी पर शहीद को मुखाग्नि देने पर लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान भारत माता की जयकार से आसमान गूंजता रहा।
रात में सैनिक लेकर आए पार्थिव शरीर
शहीद विकास कुमार पार्थिव शरीर लेकर रायपुर से सैनिक रात करीब दस बजे लामा गांव पहुंचे। 204-कोबरा बटालियन के साथी सैनिक विजय कुमार यादव, विक्रम प्रताप सिंह और रोहित पाठक, वीरेंद्र, रामनरेश सिंह, रामबहादुर सिंह, एसएम एनके शुक्ला व एसबीएस राठौर ने सैन्य वाहन से पार्थिव शरीर को उतारा तो कोहराम मच गया। रात से सुबह तक शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती रही।
सैनिकों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
सुबह करीब दस बजे अंतिम संस्कार की तैयारी की गई और सैनिकों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। घर से बाहर अंतिम यात्रा निकली तो लोगों ने भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा विकास तेरा नाम रहेगा, विकास कुमार अमर रहे, भारत के दुश्मनों का नाश हो जैसे गगनभेदी नारे लगाए। इस दौरान माहौल पूरी तरह गमगीन व देशभक्ति में डूब गया। 101 आरएएफ बटालियन इलाहाबाद के एसी विक्रम सिंह भी पूरी टीम के साथ अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
रोते-रोते सूख गए पत्नी के आंसू
शहीद विकास की पत्नी नंदनी के आंखों में रो-रोकर आंसू सूख चुके थे। अंतिम यात्रा की तैयारी हुई तो देश के लिए जान न्योछावर करने वाले पति से लिपटकर नंदनी रो पड़ी। नंदनी ने रुंधे गले से कहा कि पति के देश के लिए कुर्बान होने पर गर्व है, वह चाहती है कि आने वाली पीढ़ी भी ऐसा ही बलिदान दें। वहीं मां कैलशिया का रो-रोकर बुरा हाल है, उन्होंने कहा कि देशहित में नक्सलियों को सरकार के सामने आत्म समर्पण करना चाहिए। भाई विनय और आकाश एक बार विकास के पार्थिव शरीर को निहारते और एक बार चेहरा पीछे कर फफक पड़ते। बहन सुधा के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
अंतिम दर्शन को पहुंचे कई गांवों से लोग
घर से कुछ दूरी पर खेत में चिता सजाई गई। करीब ग्यारह बजे अंतिम संस्कार शुरू हुआ। छोटे भाई आकाश ने पुरोहित के मंत्रोच्चार के बीच सभी रस्में कीं और दादा दातादीन ने मुखाग्नि दी। यहां पर अंतिम दर्शन के लिए पचनेही, पचुल्ला, लुकतरा, जमालपुर, परसौड़ा, करहिया,पपरेंदा, पथरी, चहितारा, छेहरांव, चटचटगन समेत आधा सैकड़ा गांव से लोग पहुंचते रहे।
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इन्होंने भी दी श्रद्धांजलि
आईजी सीआरपीएफ इलाहाबाद सुभाषचंद्र, डीआईजी सीआरपीएफ रमयोफंगद्विडांग, डीआईजी सीआरपीएफ आरटी परमहंस, पूर्व सैनिक कैप्टन एसपी सिंह, एनके शुक्ला, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के डिप्टी कमांडेंट शिव स्वरूप साहू ने श्रद्धाजंलि दी। डीआईजी चित्रकूटधाम मंडल दीपक कुमार, डीएम हीरा लाल, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा, अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल सहित नरैनी विधायक राजकरन कबीर, भाजपा जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी जिलाध्यक्ष गुलाबचंद्र कुशवाहा, बसपा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बलदेव वर्मा, बसपा जिलाध्यक्ष गुलाब वर्मा समेत राज्य सभा सांसद विशंभर निषाद ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि दी। डीआईजी दीपक कुमार, आईजी सीआरपीएफ सुभाषचंद्र, डीआईजी सीआरपीएफ आरटी परमहंस व अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल ने शहीद की अर्थी को कंधा दिया।
बनेगा भव्य स्मारक द्वार
डीएम हीरालाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद विकास कुमार के परिवार 25 लाख रुपये और एक सदस्य को योग्यता के अनुसार नौकरी देने की घोषणा की है। लामा गांव में शहीद की स्मृति में जिला पंचायत के माध्यम से शहीद स्मारक भव्य द्वार बनवाया जाएगा। सीआरपीएफ इलाहाबाद के आईजी सुभाषचंद्र ने कहा कि शहीद जवान विकास कुमार 204 कोबरा बटालियन कमाडों के रूप में चार वर्ष से नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर छत्तीसगढ़ में थे। इसके पूर्व जम्मू कश्मीर व असम में भी कार्य किया है।