कार पर रेलवे का बोर्ड लगा दौड़ा रहा था तस्करी की गाड़ी

वन विभाग की टीम ने मंगलवार को ‘भारत सरकार पूर्वोत्तर रेलवे’ का बोर्ड लगी अर्टिगा कार को सागौन की लकड़ी की तस्करी में पकड़ लिया। टीम ने मौके से आकाश सिंह को गिरफ्तार कर वाहन को सीज कर दिया। कार से लकड़ी के दो गिल्टे बरामद हुए हैं।

तराई केंद्रीय वन प्रभाग टांडा रेंज में वन विभाग की टीम ने मंगलवार को ‘भारत सरकार पूर्वोत्तर रेलवे’ का बोर्ड लगी अर्टिगा कार को सागौन की लकड़ी की तस्करी में पकड़ लिया। टीम ने मौके से आकाश सिंह को गिरफ्तार कर वाहन को सीज कर दिया। कार से लकड़ी के दो गिल्टे बरामद हुए हैं।

वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सांपकठानी गुर्जरखत्ता क्षेत्र में लकड़ी तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर डिप्टी रेंजर विरेंद्र परिहार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी। संबंधित इलाके में गश्त भी बढ़ा दी थी। बुधवार सुबह जंगल में एक सफेद रंग की कार खड़ी नजर आई। इस पर टीम मौके पर पहुंची जिसमें एक युवक बैठा था। तलाशी में कार के अंदर से सागौन की लकड़ी के दो गिल्टे बरामद हुए जिनकी कीमत करीब 50 हजार रुपये आंकी गई है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान आकाश सिंह निवासी सांपकठानी गुर्जर खत्ता हाल निवासी जवाहर नगर वार्ड नंबर तीन लालकुआं के रूप में हुई है। वन विभाग ने आरोपी के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसके साथियों की तलाश शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा कि बरामद लकड़ी कहां के जंगल से काटी गई है।

दूध का कारोबार करता है आरोपी

वन अधिकारियों की पूछताछ में आरोपी आकाश सिंह ने बताया कि वह दूध का कारोबारी है और जंगल में रहकर लोगों से दुग्ध एकत्रित करता था। आर्थिक तंगी और कर्ज के चलते उसने कुछ साथियों के साथ मिलकर लकड़ी की तस्करी का धंधा शुरू कर दिया था। वह जंगल से सागौन की लकड़ी काटकर उसे हल्द्वानी और किच्छा में बेचने का काम करता था। बता दें कि हाल में गोरापड़ाव बीट से तस्कर सागौन के पांच पेड़ काट ले गए थे। मामले का खुलासा अब तक वन विभाग नहीं कर पाया है।

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