कांग्रेस नेता की गोली मारकर हत्या, पार्टी में में मची खलबली, पुलिस भी भाग खड़ी हुई…

 बिहार में बेखौफ अपराधियों ने कांग्रेस के स्थापाना दिवस पर ही शनिवार की अहले सुबह कांग्रेस नेता राकेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी औऱ फरार हो गए। कांग्रेस नेता सुबह जिम के लिए निकले थे कि कानून-व्यवस्था को धता बताकर शनिवार तड़के बाइक सवार दो बदमाशों ने हाजीपुर के सिनेमा रोड के पास युवा कांग्रेस के पूर्व महासचिव राकेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। 

जानकारी के मुताबिक यह वारदात तब हुई जब राकेश यादव अपने घर मीनापुर स्थित घर से सुबह छह बजे जिम के लिए जा रहे थे तभी जिम के पास ही बाइक पर सवार दो अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। अपराधियों ने बिल्कुल पास से उन्हें चार गोलियां दाग दी जिससे राकेश यादव की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी बाइक से फरार हो गए।

एसपी को देखते ही लोग हुए उग्र, पुलिस वाहन पर किया पथराव

कांग्रेस नेता की हत्या के बाद सदर अस्पताल पहुंचे एसपी को देखते ही स्थानीय लोग उग्र हो गए और पुलिस वाहन पर जमकर पथराव किया, जिससे एसपी ने दलबल के साथ मौके से भाग कर बचाई जान। आक्रोशित लोगों ने पुलिस के वाहनों को  क्षतिग्रस्त करने के साथ ही कई दुकानों में तोड़फोड़ की।

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घटना के बाद शहर में जबरन दुकानों को बंद कराया जा रहा है। हत्या के विरोध में उग्र लोगो ने शहर के विभिन्न चौकों को टायर जला कर किया जाम। लोग शव को एसपी आवास के सामने रख कर घेराव किये हुए है।

डीएसपी ने कहा-हत्या की वजह अबतक पता नहीं

डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि हत्या की वजह का अभी पता नहीं चल सका है। हालांकि उनकी हत्या राजनीतिक वजहों से होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखे बरामद किये हैं और आसपास के दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

जानकारी के मुताबिक राकेश यादव कांग्रेस की स्थानीय राजनीति में काफी सक्रिय थे और हाजीपुर में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव उनकी देखरेख में लड़ा था। बताया जा रहा है कि वो महागठबंधन के नेताओं के भी चहेते थे और इस बार हाजीपुर विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार थे। ऐसे में शहर के बीचों-बीच सुबह-सुबह युवा कांग्रेस नेता की हत्या से पुलिस की चौकसी पर फिर सवाल खड़ा हो गया है।

वहीं कांग्रेस के एक कार्यकर्ता सत्येंद्र यादव का कहना है कि राकेश यादव काफी सौम्य स्वभाव के थे और आने वाले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी के रूप में दावेदार थे। ऐसे में इसे राजनीतिक दुश्मनी के तौर पर की गई हत्या की आशंका जताई जा रही है।

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