कश्मीर के कई ठिकानों पर छापेमारी, मचा हड़कंप…

जम्मू कश्मीर के 5 जिलों में छापेमारी की घटना सामने आई है। घाटी के सुरक्षा परिदृश्य को मजबूत करने समेत कानून व्यवस्था को बनाए रखने के अपने लगातार जारी प्रयासों के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गत 15 दिनों के अंतराल में दूसरी बार प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जे.ई.आई.) के खिलाफ जारी अभियान के तहत विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की।
इस अभियान के तहत अनंतनाग, पुलवामा, बड़गाम, शोपियां, कुलगाम, कुपवाड़ा एवं अवंतीपोरा समेत अन्य कई स्थानों पर जे.ई.आई. सदस्यों, ओवर ग्राऊंड वर्करों (ओ.जी.डब्ल्यू.) एवं उनके सहयोगियों के साथ संबद्ध घरों, संस्थानों एवं अन्य संपत्तियों को लक्षित किया गया। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान फोरैंसिक जांच के लिए इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों, आपत्तिजनक दस्तावेजों एवं अलगाववादी विचारधारा से जुड़े साहित्य जब्त किए गए। उन्होंने कहा कि यह अभियान आतंकवाद समर्थक तंत्र को समाप्त करने की लगातार जारी कवायद का हिस्सा है जिसमें प्रतिबंधित संगठन को फिर से सक्रिय करने की छद्म कोशिशों पर रोक लगाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा, “कार्यकारी मैजिस्ट्रेटों एवं स्वतंत्र गवाहों के साथ तलाशी दलों ने देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए हानिकारक आतंक से जुड़ी या कट्टरपंथी गतिविधियों से संबंधित सबूत इकट्ठा करने के लिए कई परिसरों का गहन निरीक्षण किया।”
इन सहयोगियों के घरों व स्थानों पर ली गई तलाशी
श्रीनगर पुलिस ने जमात-ए-इस्लामी के कुछ सहयोगियों और संगठनों से जुड़े कई स्थानों पर तलाशी ली। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार इन व्यक्तियों के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर तलाशी ली गई जिनमें उमर सुल्तान निवासी छन्नपोरा, मोहम्मद अब्दुल्ला वडवान, गुलाम मोहम्मद निवासी बेमिना, मोहम्मद रमजान निवासी सौरा, शाहिद जहांगीर निवासी बच्छपोरा, मोहम्मद रमजान निवासी लालबाजार, बशीर अहमद निवासी सैयदपोरा तथा गयासुद्दीन एवं मंजूर अहमद दोनों निवासी नौगाम शामिल हैं। वहीं जे.ई.आई. विचारधारा से जुड़े जिन स्थानों की तलाशी ली गई उनमें जमीयत-उल-बनात, राहत मंजिल, यतीम खाना, बाग-ए-नंद सिंह, चिनार पब्लिकेशन ट्रस्ट एवं अल-कौसर बुक शॉप शामिल हैं।
भरोसेमंद इनपुट के आधार पर की गई कार्रवाई
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि यह कार्रवाई क्षेत्र की सुरक्षा एवं स्थिरता के लिए नुकसानदायक मानी जाने वाली गतिविधियों के बारे में भरोसेमंद इनपुट के आधार पर आरंभ की गई जिसमें सभी कानूनी प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन किया गया। उन्होंने कहा कि छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक सामग्री को गहन जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। उनका कहना था कि आगे की जांच जारी है तथा नतीजों के आधार पर अपेक्षित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
19 वर्षीय आतंकवादी गिरफ्तार
वहीं दूसरी जम्मू पुलिस ने एक 19 वर्षीय आतंकवादी को गिरफ्तार किया है, जो बाहू फोर्ट पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बी.एन.एस.) के सैक्शन 113(3) के तहत दर्ज एफ.आई.आर. नंबर 331/2025 में मुख्य संदिग्ध के तौर पर सामने आया है। पुलिस के अनुसार आरोपी मूल रूप से रियासी जिले का निवासी है और इस समय बठिंडी इलाके में रह रहा था और वह आतंकी गतिविधि को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था। इसकी गिरफ्तारी पुलिस को मिली इंटैलीजैंस इनपुट के बाद हुई है।
वहीं पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी पाकिस्तान और अन्य विदेशी देशों के कुछ मोबाइल नंबरों के संपर्क में था। ऑप्रेशन के दौरान जम्मू पुलिस ने आरोपी से कई डिजिटल डिवाइस जब्त किए, जिनकी अब डिटेल्ड फोरैंसिक जांच और टैक्नीकल एनालिसिस किया जा रहा है ताकि संभावित हैंडलर, कम्युनिकेशन पैटर्न और डिजिटल फुटप्रिंट का पता लगाया जा सके। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि संदिग्ध से गहरी पूछताछ की जा रही है। साथ ही उसकी संलिप्तता का पता लगाने और संदिग्ध आतंकी साजिश से जुड़े किसी भी साथी की पहचान करने के लिए पूरी जांच चल रही है।





