कमरे में अकेले बैठे हैं पीएम मोदी और शाह, थोड़ी देर में आने वाला है ये सबसे बड़ा फैसला
नई दिल्ली। थलसेना, नौसेना और वायुसेना के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS का ऐलान आज हो सकता है। इस पर फैसला लेने के लिए गृह मंत्रालय में एक हाई लेवल मीटिंग चल रही है।
इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, तीनों सेनाओं के प्रमुख, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि देश के पहले CDS के लिए मौजूदा थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का नाम सबसे ऊपर है।
सरकार ने पहले सीडीएस की नियुक्ति को लेकर एक कैबिनेट कमिटी ऑफ सिक्योरिटी (CCS) का गठन किया था, जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अंतर्गत काम कर रही थी। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय में हुई हाई लेवल मीटिंग में डोभाल ने CCS की रिपोर्ट सौंप दी है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
बताया जा रहा है कि CDS सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को रिपोर्ट करेंगे और सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट की कमिटी में वह सैन्य बलों की ओर से सिंगल विंडो से सलाह देंगे।
बता दें कि 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद तत्कालीन डिप्टी पीएम लाल कृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में गठित ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद की सिफारिश की थी, ताकि तीनों सेनाओं के बीच उचित तालमेल रहे। स्वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने CDS पद बनाने की घोषणा की थी।
अमेरिका, चीन, यूनाइटेड किंगडम, जापान सहित दुनिया के कई देशों के पास चीफ ऑफ डिफेंस जैसी व्यवस्था है। नॉटो देशों की सेनाओं में ये पद हैं। बताया जा रहा है कि विस्तृत भूमि, लंबी सीमाओं, तटरेखाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों को सीमित संसाधनों से निपटने के लिए भारत के पास एकीकृत रक्षा प्रणाली के लिए चीफ ऑफ डिफेंस पद की बहुत जरूरत थी।