थाना महानगर क्षेत्र में कनक कार सेल्स से चोरी की गयी गाड़ियों को लखनऊ पुलिस ने 24 घन्टे के अन्दर किया बरामद
- 02 शातिर अभियक्त गिरफ्तार व 04 लग्जरी गाड़ियां भी बरामद
दिनांक 05.11.19 को थाना महानगर जनपद लखनऊ पर वादी श्री करन गुप्ता पुत्र स्व0 आलोक गुप्ता निवासी 10ए. सेक्टर-बी महानगर लखनऊ द्वारा मु0अ0सं0 466/19 धारा 457/380 भादवि अपने कनक कार बाजार, बादशाहनगर लखनऊ से 08 अदद कीमती लग्जरी गाडियो की चोरी के सम्बन्ध में पंजीकृत कराया गया था।
उपरोक्त घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत तत्काल मौके पर फील्ड यूनिट, डाग स्क्वाड, सर्विलास टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुँच कर घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए गठित की गयी टीमों द्वारा अभिसूचना संकलन कर, सीसीटीवी फुटेज निरीक्षण एवंडेटा विश्लेषण करते हुए तीन- चार संदिग्धो कीसंलिप्तता के बारे में उल्लेखनीय जानकारी प्राप्त हुयी।
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उपरोक्त के क्रम में श्री कलानिधि नैथानी श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद लखनऊ महोदय के निर्देशानुसार, श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक नगर ट्रान्सगोमती, लखनऊ व श्री सोनम कुमार सहायक पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी महानगर लखनऊ के कुशल निर्देशन में श्री अशोक कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक थाना महानगर एवं श्री धनन्जय कुमारपाण्डेय अति0 निरीक्षक विकासनगर एवं श्री योगेन्द्र सिंह स्वाट टीम प्रभारी एस0पी0टी0जी के नेतृत्व में थाना महानगर पुलिस, थाना विकासनगर व स्वाट सर्विलांस टीमएस0पी0टी0जी0 द्वारा सूक्ष्म अभिसूचना संकलन, सुरागरसी पतारसी व डेटा विश्लेषण के उपरान्त अभियुक्त रामजी शुक्ला व दीपक चौरसिया उपरोक्त को सतत् प्रयास से गिरफ्तार किया गया तथा उनकी निशादेही पर घटना में चोरी गयी लग्जरी गाड़ियो में से 04 अदद गाड़िया क्रमशः 01 अदद बी0एम0डब्लू0 कार, 01 अदद आडी कार, 01 अदद इन्डिवर एसयूवी व 01 अदद आई-20 हुन्डई कार किंग जार्ज मेडिकल कालेज थाना क्षेत्र चौक लखनऊके विभिन्न पार्किंग स्थलसे बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है।
अभियुक्तगण ने पूछताछ पर क्रमशः बताया कि हम लोगों का लग्जरी वाहन चोरी करने का एक गैंग है। इस गैंग में कुल 04-05 सदस्य हैं जिसमें एक व्यक्ति रंजीत उर्फ मंगलेश गोस्वामी निवासी जनपद श्रावस्ती है। हम लोगो द्वारा लग्जरी वाहनो को चोरी करने के लिए विभिन्न प्रान्तो में पहले रेकी की जाती है, रेकी के दौरान इस बात का ध्यान रखा जाता है कि सीसीटीवी से कैसे बचा जाये और डीवीआर भी ले जाते है. फिर मौका देखकर सम्भावित समय अर्ध रात्रि के बाद चोरी करते हैं। ताला तोड़ने के लिए लोहे की रॉड का प्रयोग करते थे चोरी करने के उपरान्त उक्त लग्जरी वाहनो को विभिन्न पार्किंग स्थल पर छिपा देते हैं फिर अलग अलग कर बिहार के रास्ते से नेपाल ले जाकर भारी भरकम राशि प्राप्त कर बेचते हैं। चोरी करने के उपरान्त छपाये हुए स्थान पर उक्त लग्जरी वाहनो के मेक में परिवर्तन अथवा टेम्पर्ड करते है जिससे उक्त गाड़ा की पहचान न हो सके। चोरी करते समय मौके पर मोबाइल का प्रयोगकवल गगक सपना जाता ह आर किसी भी सदस्य द्वारा मोबाइल का प्रयोग नहीं किया जाता है। हम लोगों द्वारा अपने मोबाइल नम्बरो को अलग अलग पद के नाम से सेव करते थे जिससे हमारी पहचान न हो सके और कोई इस गिरोह पर शक न कर सके।उक्त प्राप्त धनराशि को आपस में बांट कर भौतिक सुख सुविधाओं पर खर्च करते हैं एवं अपना जीवन यापन चलाते हैं। उपरोक्त के सम्बन्ध में थाना महानगर लखनऊ पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पूछताछ विवरण– पकड़े गये अभियुक्तों से पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग दुबग्गा पर किराये के मकान लेकर रहते थे, पावर हाउस जागर्स पार्क के पास एक चाय की दुकान पर हम लोगों की मुलाकात एवं जान-पहचान हुई। हम लोग घटना से पहले घटनास्थल की रेकी करते थे, रेकी के दौरान इस बात का ध्यान रखते थे कि सीसीटीवी से कैसे बचा जाय और हम लोग डीवीआर भी साथ ले जाते थे। महानगर की घटना के दौरान हम लोगों ने लोहे की रॉड से ताला तोड़ा तथा जिस कमरे में चाभियां रखी थी उस कमरे का भी ताला रॉड द्वारा ही तोड़ा गया। उसके बाद हम लोग गाड़ियां लेकर बादशाह नगर, निशातगंज, डालीगंज होते हुए केजीएमयू में गाड़ियां खड़ी कर दी थी। हम लोगों के साथ रंजीत उर्फ मंगलेश गोस्वामी भी था और उसी का एक साथी मोनू भी था। मोनू को हम लोग नहीं जानते है, जब मंगलेश मिलेगें तो वो ही मोनू के बारे में बता पायेगें।