कंकालों का द्वीप, जहां हैं हड्डियां ही हड्डियां, बिखरे पड़े हैं दांत, जान लिया इतिहास

दुनिया में बहुत सी अलग-अलग जगहें हैं और उनका अपनी-अपनी खासियत है. कुछ जगहें इसलिए मशहूर हैं क्योंकि वो बहुत खूबसूरत हैं और कुछ जगहें इसलिए जानी जाती हैं क्योंकि वहां का इतिहास काफी रोचक होता है. आज एक ऐसी जगह के बारे में आपको हम बताएंगे, जहां का इतिहास इतना डरावना है कि सामान्य आदमी का दिमाग हिल सकता है.
18वीं से 19वीं सदी के बीच इस द्वीप में कुछ ऐसा हुआ, जिसके सबूत आज भी यहां जगह-जगह पर बिखरे हुए हैं. इनकी तस्वीरें किसी की भी रातों की नींदें उड़ाने के लिए काफी हैं. जिस तरह पत्थर बिखरे रहते हैं, वैसे यहां इंसानों की हड्डियां और दांत बिखरे हैं. यही वजह है कि इसे डेडमैंस आइलैंड यानि मुर्दों का द्वीप कहा जाता है.
कंकालों का द्वीप बन गई है जगह
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 200 सालों में इस जगह पर कोई भी नहीं गया है क्योंकि यहां कंकालों, हड्डियों और इंसानी अवशेषों के अलावा कुछ भी नहीं है. लंदन से 40 मील की दूरी पर मौजूद इस भुतहे द्वीप में कैदियों को दफनाया जाता था. यहां पर 200 सालों तक कैदियों के जहाज़ आते थे और उन्हें यहीं मरने के लिए छोड़ दिया जाता था. उनके शरीर धीरे-धीरे यहीं खत्म हुए, जिनकी हड्डियां और दांत बिखरे मिलते हैं. जो ताबूत आए, वे कई जगह खुले ही पड़े हैं.