ओला ने मानी गलती, लौटाएगी यात्रियों के पैसे

l_rupee-1461481799नई दिल्ली

 दिल्ली सरकार ने हाल ही में कई एप आधारित टैक्सी ऑपरेटरों पर मनमाना किराया वसूलने को लेकर कार्रवाई की थी। ओला कैब टोल शुल्क और राज्य शुल्क के नाम पर दिल्ली से नोएडा आने-जाने पर मनमाना किराया वसूलती है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिल्ली से आनेवाली टैक्सियों से 60 रुपये शुल्क लिया जाता है, लेकिन कैब ऑपरेटर इसका दोगुना तक दाम वसूल रहे हैं।

एक ईमेल में ओला के विपणन व संचार प्रमुख आनंद सुब्रह्मण्यम ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में कुछ यात्रियों से थोड़ा ज्यादा टोल शुल्क लेने की जानकारी कस्टमर फीडवैक के माध्यम से मिली है। हमने हाल के सभी यात्रा आंकड़ों का अध्ययन किया और पाया कि सचमुच कुछ मामलों में मामूली रूप से अधिक टोल के रूप में गलत भाड़ा वसूल किया गया है। हमने ज्यादा भाड़ा चुकानेवाले सभी यात्रियों को उनके पैसे वापस लौटाने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। हालांकि ओला जिसे मामूली रूप से अधिक टोल कह रही है, वह कई मामलों में टोल शुल्क का दोगुना तक है। 

उत्तर प्रदेश सरकार जहां दिल्ली से आनेवाली टैक्सियों पर 60 रुपये टोल वसूलती है। वहीं ओला ने कुछ मामलों में अपने ग्राहकों से इसका दोगुना यानी 120 रुपये लिया था। वहीं, दिल्ली सरकार जहां उत्तर प्रदेश से आनेवाले वाहनों से 100 रुपये नगर निगम कर के रूप में लेती है, तो ओला ने कुछ यात्रियों से इसके 165 रुपये लिए थे। पूर्वी दिल्ली में रहनेवाली एक यात्री की शिकायत की थी कि अप्रैल के शुरुआत से ही वह अपने घर से नोएडा तक की 4.2 किलोमीटर दूरी का ज्यादा किराया चुका रही हैं। उन्होंने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मैं टैक्सी से कभी-कभार जाती हूं। हालांकि ओला से मैं अक्सर सफर करती हूं। एक महीने पहले तक मयूर विहार के मेरे घर से नोएडा सेक्टर 16 तक का किराया 170-180 रुपये होता था। लेकिन 11 अप्रैल को मुझे इसके 286 रुपये चुकाने पड़े। जब मैंने बिल देखा तो पाया कि राज्य शुल्क/निगम शुल्क के नाम पर 165 रुपये लिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि ऐसा दो बार और उनके साथ हुआ है जब ओला ने उनसे ज्यादा किराया वसूला। इस बारे में जब ओला के कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन के प्रमुख आदित्य भल्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ओला की किराया प्रणाली पारदर्शी है, जहां यात्री किराया और यात्रा से जुड़ी सभी जानकारियां देख सकते हैं। वे इसे ओला के वेबसाइट और एप दोनों जगहों पर देख सकते हैं। जब उन्हें इन दोनों घटनाओं के इनवायस नंबर बताए गए और मनमाना किराया के बारे में सवाल पूछा गया तो भल्ला ने कहा कि अगर किसी यात्री को लगता है कि उससे ज्यादा किराया वसूला गया है तो वह अपनी शिकायत कस्टमर केयर सर्विस पर दर्ज करवा सकता है और कंपनी उनकी शिकायतों को सुनेगी। 

उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर जल्द बात करेंगे, लेकिन शनिवार दोपहर तक उन्होंने ऐसा नहीं किया। दिल्ली के उत्तरी नगर निगम के प्रवक्ता वाई. एस. मान ने बताया कि नगर निगम दिल्ली आने वाली निजी टैक्सियों से 100 रुपया शुल्क लेती है। अगर टैक्सी ऑपरेटर ज्यादा शुल्क वसूल रहे हैं तो यात्रियों को इसकी शिकायत करनी चाहिए, क्योंकि हमें तो उनसे केवल 100 रुपये मिलते हैं। एक और यात्री ने मयूर विहार से नोएडा तक का ओला द्वारा ज्यादा किराया वसूलने की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि मैं दूसरे टैक्सी ऑपरेटरों के बजाए ओला की सेवा ज्यादा पसंद करता हूं। लेकिन मुझे काफी अचंभा हुआ जब राज्य शुल्क के नाम पर बिल में 120 रुपये जोड़े गए। 

ओला की वेबसाइट पर कहा गया है कि दिल्ली से नोएडा जाने पर 60 रुपये तथा नोएडा से दिल्ली जाने पर 100 रुपये का कर देना होगा। दिल्ली सरकार ने टैक्सी ऑपरेटरों को मनमाना किराया वसूलने के खिलाफ चेतावनी दी है और कहा है कि अगर भविष्य में इस तरह की शिकायतें मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हमें अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर आपके पास ऐसी कोई शिकायत या सबूत है तो कृपया हमें मुहैया कराएं। हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे।

 

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