एमपी के मंत्री ने दिया बेतुका बयान, कहा- अपहरण-हत्या मामले में सीएम योगी को देना चाहिए इस्तीफा

मध्यप्रदेश के सतना से अपहरण किए गए जुड़वां भाईयों के हत्या के बाद राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। कमलनाथ सरकार में विधि एवं विधायी मंत्री पीसी शर्मा ने इस घटना से पल्ला झाड़ते हुए उल्टे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि इस घटना ने मुझे हिला दिया है।
इस घटना पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘मैं दोनों मृतक बच्चों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमें उम्मीद थी कि सरकार और प्रशासन इसे गंभीरता से लेगी और दोनों बच्चों को सकुशल बचा लाएगी। इस घटना ने मुझे हिला दिया है।’ वहीं इस घटना के बाद से चित्रकूट में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है।
क्या है मामला
12 फरवरी को पांच साल के जुड़वा भाईयों प्रियांश और श्रेयांश रावत का मध्यप्रदेश के सतना जिले में बंदूक की नोंक पर स्कूल बस से अपहरण कर लिया गया था। रविवार को उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से दोनों भाईयों के शव मिले हैं। दोनों की हत्या करने के बाद अपराधियों ने शव को अवगासी घाट में फेंक दिया था। इस घटना के संबंध में पुलिस ने 6 इंजीनियरिंग के छात्रों, उत्तर प्रदेश के पांच निवासियों और चित्रकूट के एक निवासी को गिरफ्तार किया है।
सतना के एसपी संतोष गौड़ ने कहा, ‘शव मिल चुके हैं और हमने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक मध्यप्रदेश का निवासी है जबकि अन्य पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के हैं।’ सूत्रों का कहना है कि आरोपी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र हैं। जो उसी ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है जिसकी स्कूल में जुड़वां बच्चे पढ़ा करते थे। एक आरोपी बच्चों को ट्यूशन दिया करता था और माना जा रहा है कि उसने ही दूसरे आरोपी को सूचना दी है। सभी ने पहली बार अपराध को अंजाम दिया है।
बहन ने बताया क्या हुआ था 12 फरवरी को
जुड़वा भाइयों की चचेरी बहन और प्रत्यक्षदर्शी नंदिनी ने बताया कि एक आदमी बंदूक लेकर आया और गाली देकर चुप रहने को कहा। वह भाई के पीछे वाली सीट पर बैठी थी। अपहरणकर्ता आया और दोनों भाई को सीट से उठाकर ले गया। उनके बस्ते सीट पर ही रखे रहे, जिसे वह लेकर घर पहुंची।





