‘एक नजर में लग गया था इस लड़की में दम है…’, कप्तान हरमनप्रीत के बचपन के कोच का बयान

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर का सफर मोगा से शुरू हुआ, जहां उन्हें कमलदीप सिंह सोढ़ी ने खोजा था। वह पहले मध्यम तेज गेंदबाज थीं। हरमनप्रीत की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने 2 नवंबर 2025 को नवी मुंबई में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर अपना पहला महिला वनडे विश्व कप जीता। यह भारतीय महिला क्रिकेट की पहली आईसीसी ट्रॉफी है, जिसने उन्हें विश्व पटल पर शीर्ष पर ला दिया है।
राजेश त्रिपाठी, जागरण संवाददाता। विश्व विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर का सफर मोगा के गुरु नानक कालेज के मैदान से शुरू हुआ। वहां वह कुछ लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रही थी और मोगा के समीप तलवंडी में ज्ञान ज्योति स्कूल चलाने वाले कमलदीप सिंह सोढ़ी की नजर उन पर पड़ी। उनका बेटा यादवेंद्र सिंह स्कूल में ही क्रिकेट टीम का कोच था और वे स्कूल की महिला क्रिकेट टीम बनाना चाहते थे।
Harmanpreet Kaur को लेकर क्या बोले उनके बचपन के कोच?
उन्होंने एक नजर में भांप लिया कि यह लड़की क्रिकेट में कुछ कर सकती है। कमलदीप ने पहले अपने बेटे और फिर हरमनप्रीत के पिता से बात की और उनके स्कूल में भेजने को कहा। तब हरमन सरकारी स्कूल में पढ़ती थी और पिता ने कहा कि वह निजी स्कूल का खर्च नहीं उठा पाएंगे।
सोढ़ी ने उनको भरोसा दिलाया कि हरमन की पढ़ाई का कोई खर्च नहीं लिया जाएगा। जब हरमन वहां आईं तो वे मध्यम तेज गति की गेंदबाज हुआ करती थीं।
भारत ने साउथ अफ्रीका को हराकर जीता पहला वनडे विश्व कप
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में 2 नवंबर 2025 को दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली बार महिला वनडे विश्व कप (ICC Women’s ODI World Cup 2025) अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारतीय महिला क्रिकेट ने वो मुकाम छू लिया, जहां अब वह दुनिया के शीर्ष पर खड़ी है।
जिसने 1983 में कपिल देव को पहली बार विश्व कप ट्रॉफी उठाते नहीं देखा उन्होंने हरमन के जरिये अपनी मुराद पूरी कर ली। भारत ने 1978 में पहली बार महिला विश्व कप में हिस्सा लिया था और 2005 और 2017 में मिताली राज की कप्तानी में टीम फाइनल तक पहुंची लेकिन दोनों बार ट्रॉफी हाथ से फिसल गई। आखिरकार हरमनप्रीत की कप्तानी India Next ICC Tournaments (पुरुष और महिला दोनों)में भारत की महिला क्रिकेट टीम विश्व विजेता बन गई। महिला टीम की यह पहली आईसीसी ट्रॉफी है।





