उद्धव सरकार पर बड़ी मुसीबत, इस दिग्गज नेता ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा
मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन और कैबिनेट विस्तार के बावजूद मंत्रियों के लिए विभागों के बंटवारे में हो रही देरी पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और राज्य की उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने स्थिति साफ की है। उन्होंने बताया कि नए विभाग बनाने की कवायद चल रही है जिसकी वजह से उसके बंटवारे में देरी हो रही है और इसके पीछे कोई दूसरी वजह नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार ने उद्धव सरकार से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने अभी तक अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को नहीं भेजा है। बताया जा रहा है कि अब्दुल सत्तार को राज्य मंत्री बनाए जाने से शिवसेना के कई नेता खफा थे जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
नवाब मलिक ने बताया, ‘विभागों के बंटवारे में देरी का कारण कोई और चीज नहीं है बल्कि हम नए विभाग बनाने पर विचार कर रहे हैं, इसलिए इसमें समय लग रहा है। सोमवार तक पोर्टफोलियो आवंटित किए जाएंगे।’ बता दें कि महाराष्ट्र की शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी सरकार में विभागों के बंटवारे पर हो रही देरी को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे थे। जिसे लेकर नवाब मलिक ने शनिवार को समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में यह बात कही।
असल में, महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के मंत्रियों के विभाग लगभग तय हो गए हैं, इसके बाद भी विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। कांग्रेस नेता और उद्धव सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण से लेकर एनसीपी नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार तक दावा कर रहे हैं कि मंत्रालय के विभागों को लेकर सारी समस्या हल कर ली गई है। इसके बाद भी जिले के प्रभारी मंत्रियों की जिम्मेदारी के बंटवारे को लेकर पेच फंसा हुआ है, जिसकी वजह से गाड़ी अटकी हुई है।
दरअसल महाराष्ट्र कैबिनेट में कांग्रेस के कोटे से कुल 12 मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें पार्टी के चार वरिष्ठ नेता मंत्री बने हैं। कांग्रेस को विभाग बंटवारे में तीन ही महत्वपूर्ण विभाग मिल रहे हैं। पूर्व सीएम अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट दोनों ने राजस्व विभाग के लिए दावा कर रहे हैं तो नितिन राउत ने लोक निर्माण विभाग पर अपना दावा ठोक दिया है। ऐसे में कांग्रेस इस कशमकश में है कि किसे वो हलका विभाग देकर संतुलन बनाए।