उज्जैन में दशहरे की तैयारी शुरू: बनने लगे विशालकाय दशानन के पुतले

उज्जैन में 2 अक्टूबर को विजयादशमी पर 101 फीट ऊंचे रावण का पुतला दहन होगा, जिसे आतंकी रूप में एके-47 के साथ दर्शाया जाएगा। पहलगाम आतंकी हमले के विरोध स्वरूप यह आयोजन किया जा रहा है। पुतले का निर्माण उज्जैन की टीम कर रही है। दशहरा मैदान पर विशेष बैठक व्यवस्था होगी।

विजयादशमी का त्योहार 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। विजयी के पर्व पर पहलगाम आतंकी हमले पर ऑपरेशन सिंदूर रूपी विजयी को दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। रावण के पुतले को आतंकी के रूप में दिखाकर उसके हाथ में हथियार के रूप में एके 47 की आकृति रहेगी। 101 फीट ऊंचे पुतले का दहन कर आतंक पर विजयी का संदेश दिया जाएगा।

शहर में दशहरे के साथ ही दो से तीन दिन तक रावण के पुतले दहन की परंपरा है। मुख्य आयोजन दशहरा मैदान में होता है। जहां पर अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस वर्ष पहलगाम आतंकी हमले के प्रति जनता में आक्रोश को देखते हुए स्व. लाला अमरनाथ स्मृति में आयोजित होने वाले इस समारोह में आतंक के पुतले का दहन का करने का निर्णय लिया है।

इस सामग्री से हो रहा रावण के पुतले का निर्माण
पुतले का निर्माण कर रहे रामलखन कहार ने बताया कि 101 फीट ऊंचे पुतले का निर्माण करने में एक माह लगता है। निर्माण में करीब 400 बांस, 60 किग्रा लट्ठे का कपड़ा, 45 किग्रा सेंटिंग वायर सहित वाटरप्रूफ कलर का उपयोग किया जाता है। टीम में जितेंद्र कहार, किशोर माली, बंटी गायन, संतोष कहार, गोलू प्रजापत शामिल हैं। कहार ने बताया कि वे 2015 से पुतले का निर्माण कर रहे हैं। उनके टीम के सभी सदस्य उज्जैन के रहने वाले हैं। वे दिनभर में आठ घंटे कार्य कर इस पुतले का निर्माण करते हैं।

अच्छी रहेगी बैठक व्यवस्था
दशहरा मैदान पर दशहरा महोत्सव समित द्वारा हर साल रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस बार भी 2 अक्टूबर को विजयादशमी पर यह कार्यक्रम होगा। इसके लिए आयोजन समिति ने रावण निर्माण आरंभ कर दिया है। स्थानों नीलगंगा के कलाकारों द्वारा पीएमश्री शासकीय उमावि दशहरा मैदान स्कूल परिसर में कलाकार 101 फीट ऊंचे रावण के पुतले को बांस से आकार देने में जुट गए हैं। आयोजन समिति के सदस्य मनीष शर्मा ने बताया अभी तैयारी शुरू की गई है। 1963 से यहां प्रतिवर्ष रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस बार दशहरा मैदान में स्टेडियम नुमा बैठने का स्थान बनने से लोगों को कार्यक्रम देखने में आसानी होगी।

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