ईरान से भारत के तेल खरीदने पर अमेरिका नहीं लगाएगा आर्थिक प्रतिबंध
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन देशों के एक समूह को जिसमें भारत भी शामिल है उन्हें ईरान से तेल आयात करने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाएगा। एक विशेषज्ञ ने बताया कि अमेरिका ने तेल आयात करने वाले देशों के लिए मई समयसीमा रखी थी। भारत, चीन, तुर्की, दक्षिण कोरिया और जापान उन आठ देशों में शामिल हैं जिन्हें पिछले साल नंवबर में बिना किसी अर्थदंड के ईरान से कच्चा तेल और उसके उत्पाद खरीदने की इजाजत दी गई थी।
अमेरिका स्थित विश्लेषक यूरेशिया समूह के अनुसार इन देशों को अब नई छूट दी जाएगी। अमेरिका ईरान के तेल उत्पाद को शून्य पर लाने में असफल रहा है। ईरान के तेल आयात को लेकर जारी छूट की समयसीमा दो मई को खत्म हो रही है। इसके जरिए ईरान के तेल आयात को एक सीमा में बांधना था क्योंकि ईरान तेल पैदा करने वाला चौथा ओपेक (पेट्रोलियम उत्पादक) देश है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनावों से पहले पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को कम करना चाहते हैं। इसलिए वह ईरान से तेल आयात करने वाले देशों पर कोई आर्थिक प्रतिबंध नहीं लगाएंगे। वेनेजुएला की परिस्थिति को देखते हुए तेल बाजार संभवतः घरेलू गैसोलीन की कीमतों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाले बिना इस समय प्रतिदिन 13 लाख बैरल के घाटे की भरपाई करने के लिए तैयार नहीं है। गैसोलीन की बढ़ती कीमतो का नुकसान ट्रंप को चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
अमेरिका ने साल 2015 के परमाणु सौदे के रद्द होने के बाद जुलाई 2018 में ईरान पर व्यापारिक प्रतिबंध लगाए थे। इन प्रतिबंधों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि इसके बाद दुनिया का कोई भी देश ईरान से तेल नहीं खरीदेगा। कुछ देश जो ईरान से तेल आयात को घटा रहे हैं उन्हें फिलहाल उससे तेल खरीदना जारी रखने की इजाजत दी गई है।