ईडी मामले में चिदंबरम ने दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की जमानत याचिका
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की है। चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में कल यानि मंगलवार को सीबीआई मामले में जमानत मिल गई है। अब वह इसी मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय मामले में जमानत चाहते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान में वह 24 अक्तूबर तक ईडी की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। चिदंबरम ने जमानत याचिका में कहा है कि ईडी की गिरफ्तारी बदनीयती से की गई है और इसका मकसद याचिकाकर्ता की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना है। सीबीआई ने 15 मई 2017 को एक प्राथमिकी दर्ज की थी जिसमें आईएनएक्स मीडिया समूह को 2007 में विदेशी चंदा प्राप्त करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की ओर से मिली मंजूरी में गड़बड़ियों का आरोप लगाया गया था।
उस दौरान चिदंबरम वित्त मंत्री थे। आईएनएक्स मीडिया से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 16 अक्तूबर को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से करीब दो घंटे पूछताछ की थी। विशेष अदालत से अनुमति मिलने पर ईडी तिहाड़ जेल पहुंची थी। पूछताछ के बाद चिदंबरम को गिरफ्तार कर लिया गया था। सीबीआई ने चार्जशीट में आरोप लगाया था कि चिदंबरम ने वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर आईएनएक्स मीडिया को 2007 में 305 करोड़ रुपये लेने के लिए विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड से मंजूरी दिलाई थी।
इस निर्णय प्रक्रिया में कई सरकारी अधिकारी भी शामिल थे, जिनमें से एक का नाम सीबीआई चार्जशीट में हो सकता है। हालांकि, इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी के करीबी माने जा रहे इस अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं किया गया। सीबीआई की चार्जशीट में इंद्राणी सरकारी गवाह हो सकती हैं। फिलहाल, वे बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में जेल में बंद हैं। बता दें कि कांग्रेस लगातार सरकार पर उसके नेता को फंसाने का आरोप लगाते रही है।