इस समय लद्दाख में विकास के आड़े आ रही सरकारी कर्मचारियों की कमी, सैकड़ों पद पड़े खाली

नए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में विकास को तेजी देने में अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों की कमी बाधा बन रही है। इस समय लद्दाख में काम का सीजन है ऐसे में 251 फील्ड अधिकारियों की कमी के कारण जमीनी सतह पर विभागों केे कामकाज को तेजी देने की राह में मुश्किलें आ रही हैं। लद्दाख में गर्मियों के छह महीनों में प्रोजेक्टों को तेजी देने के लिए सरकारी विभागों की ओर से पूरा जोर लगाया जाता है। इसके बाद सर्दियों के महीनों में विकास की गति धीमी हो जाती है।

लद्दाख के उपराज्यपाल द्वारा यह मुददा गृह मंत्रालय व जम्मू कश्मीर सरकार से उठाए जाने के बाद कमचारियों की कमी दूर करने की दिशा में कार्रवाई शुरू हो गई है। ऐसे में जम्मू कश्मीर के 108 अधिकारी व कर्मचारी अगले कुछ दिनों में नई जिम्मेवारियां संभालने के लिए लद्दाख पहुंच जाएंगे। केंद्र सरकार के इस मामले में हस्तक्षेप करने के बाद जम्मू-कश्मीर ने 108 अधिकारियों कर्मचारियों को डेपुटेशन पर भेजा है। इतने ही और अधिकारी व कर्मचारियों को जल्द लद्दाख भेजा जा सकता है।

लद्दाख प्रशासन ने ऐसे पदों की सूची जम्मू कश्मीर प्रशासन को सौंपी है जिन्हें तत्काल भरे जाने की जरूरत है। इनमें लेह व कारगिल जिलों में सरकारी विभागों के फील्ड अधिकारियों, उप सचिवों, इंजीनियरिंग विभागों के अभियंताओं के साथ क्लर्कों, राजस्व अधकारियों, डाक्टरों व विभागाध्यक्षों के पद शामिल हैं।

लद्दाख में इस समय विभागों में 18 अतिरिक्त सचिवों के साथ वित्तीय सलाहकारों, मुख्य लेखा अधिकारियों व डाक्टरों की जरूरत है। लद्दाख में सरकारी विभागों के सात निदेशकों के पद मंजूर किए गए थे। इनमें से केवल 4 ही भरे गए हैं। इसके साथ चीफ इंजीनियर का भी एक पद खाली पड़ा हुआ है। लद्दाख में तीन संयुक्त निदेशकों की भी जरूरत है। उपसचिवों के सभी 6 पद खाली पढ़े हुए हैं । इसके साथ कारगिल में अतिरिक्त आयुक्त का एक पद भी खाली है ।

लद्दाख में एसडीएम के 10 पदों में से 6 पद खाली पड़े हुए हैं। वही तहसीलदारों के मंजूर सात पदों में से सिर्फ 4 पर ही तहसीलदार नियुक्त हैं। कार्यकारी अभियंताओं के 18 पदों में से पांच खाली हैं। इसके साथ लद्दाख में 7 फिजिशियनों व 40 मेडिकल अधिकारियों की भी जरूरत है। 

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