इस ब्लड ग्रुप वालों में लिवर खराब होने का खतरा कई गुना ज्यादा

हम में से ज्यादातर लोग अपना ब्लड ग्रुप सिर्फ एक मेडिकल जानकारी की तरह जानते हैं। जैसे खून की जांच करवानी हो या सर्जरी से पहले बताया जाता है। लेकिन हाल के शोध बताते हैं कि ब्लड ग्रुप सिर्फ खून से जुड़े कामों तक सीमित नहीं है, यह हमारे लिवर की सेहत के बारे में भी कुछ खास बातें बता सकता है।
Frontiers नाम की एक जर्नल में छपे अध्ययन के मुताबिक, जिन लोगों का ब्लड ग्रुप A है, उनमें ऑटोइम्यून लिवर डिजीज होने का खतरा ज्यादा देखा गया है। ये वही बीमारी है जिसमें हमारी ही इम्यून सिस्टम गलती से लिवर को नुकसान पहुंचाने लगती है। लंबे समय में यह बीमारी लिवर को काफी कमजोर और खराब कर सकती है। वहीं, जिन लोगों का ब्लड ग्रुप B है, उनमें यह खतरा काफी कम पाया गया, खासकर Primary Biliary Cholangitis नाम की बीमारी में। ये बीमारी धीरे-धीरे लिवर को इतना नुकसान पहुंचाती है कि आगे चलकर लिवर फेलियर तक हो सकता है।
ऑटोइम्यून लिवर डिजीज क्या होती है?
यह वो बीमारी है जो शराब, खराब खान-पान या मोटापे के कारण नहीं होती। इसमें शरीर की इम्यून सिस्टम, गलती से लिवर पर हमला करने लगती है। Autoimmune Hepatitis में इम्यून सिस्टम लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। PBC में यह बाइल डक्ट्स पर हमला करती है, जिससे बाइल जमा होने लगता है, लिवर में सूजन और स्कार बनते हैं, और धीरे-धीरे लिवर खराब होने लगता है।
ब्लड ग्रुप और लिवर का लिंक कैसे जुड़ा?
हमारा ब्लड ग्रुप A, B, AB या O रेड ब्लड सेल्स पर मौजूद खास मार्कर्स (एंटीजन) से तय होता है। इस स्टडी में 1,200 से ज्यादा लोगों के डेटा को देखा गया, जिनमें 114 लोग ऑटोइम्यून लिवर डिजीज से पीड़ित थे। सबसे ज्यादा मरीज ब्लड ग्रुप A में मिले, उसके बाद O, फिर B और सबसे कम AB में। इसका मतलब यह नहीं कि ब्लड ग्रुप A वालों को ज़रूर लिवर बीमारी होगी, लेकिन यह एक रिस्क फैक्टर जरूर हो सकता है। खासकर अगर आपको थकान, जोड़ों में दर्द या बिना वजह कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हो रहे हों।
कैसे रखें लिवर को सुरक्षित
अगर आपका ब्लड ग्रुप A है या लिवर से जुड़े लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो ये साधारण आदतें आपके लिए बहुत मददगार हो सकती हैं। शराब से दूरी रखें, PBC जैसी बीमारियों में अल्कोहल लिवर को जल्दी खराब कर सकता है। कम नमक खाएं, पेट में पानी जमा होने का खतरा कम होता है। संतुलित और हेल्दी डाइट लें, साबुत अनाज, फल, हरी सब्जियां, दालें, नट्स और ऑलिव ऑयल शामिल करें। विटामिन D और कैल्शियम लें, PBC मरीजों में हड्डियां कमजोर होने का खतरा ज्यादा होता है। नियमित व्यायाम करें, इससे हड्डियां मजबूत रहती हैं और शरीर एक्टिव रहता है। धूम्रपान छोड़ें, स्मोकिंग लिवर को और नुकसान पहुंचाती है। नियमित चेकअप कराएं, लिवर फंक्शन की निगरानी बहुत जरूरी है।





