इस खबर में है सिर्फ और सिर्फ संभोग…

सेक्स हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा है. वहीं कई कपल्स मानते हैं कि यौन संबंधों में पार्टनर की स्मेल अहम रोल प्ले करती है. इतना ही नहीं, कई कपल्स तो अपने पार्टनर की स्मेल से ही टर्न-ऑन हो जाते हैं. जब भी आप पार्टनर के करीब जाते हैं तो आपको उनकी खुशबु ही मदहोश कर देती है. लेकिन जब बात को प्राइवेट पार्ट से स्मेल की तो इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. महिलाओं के प्राइवेट पार्ट से अगर फिशी स्मेल आए तो यह गंभीर इंफेक्शन की निशानी है. इतना ही नहीं, ये आपके पार्टनर का मूड भी ख़राब कर सकती हैं.

न्यू यॉर्क स्थित गाइनकॉलोजिस्ट के अनुसार, अगर वजाइना से मछली जैसी बदबू आए तो यह बैक्टीरियल वजाइनोसिस (Bacterial vaginosis)या फिर ट्राइकोमोनिएसिस हो सकता है. डॉक्टर के अनुसार, इस इंफेक्शन की स्थिति में बिना कॉन्डम के इंटरकोर्स करने पर प्राइवेट पार्ट से फिश जैसी स्मेल आती है. महिला के प्राइवेट पार्ट में जब बैक्टीरियल इन्वाइरनमेंट में परिवर्तन आता है तो पीएच लेवल में काफी अंतर आ जाता है और इसकी वजह से फिशी और ग्रे रंग का झागदार डिस्चार्ज होने लगता है.

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इसी के साथ डॉक्टर का कहना है कि ऐसी स्थिति में सेक्शुअल रिलेशन बनाने से परहेज करना चाहिए और गाइनकॉलोजिस्ट से पूरा इलाज कराना चाहिए. जरा सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है. चूंकि यह एक सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज नहीं है, इसलिए मेल पार्टनर को ट्रीटमेंट की कोई आवश्यकता नहीं हैं. लेकिन फीमेल पार्टनर को इस इंफेक्शन की अवस्था में पूरा कोर्स लेना चाहिए.

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