बता दें कि गौरी दिल्ली की रहने वाली हैं। अपने एक इंटरव्यू में गौरी ने बताया था कि गौरव से गौरी बनने का सफर उनके लिए बेहद मुश्किल रहा। उन्हें 12 साल की उम्र में ही एहसास हो गया था कि वो बाकी बच्चों से कुछ अलग हैं। वो लड़कों की ओर आकर्षित होते हैं। उन्हें लड़कियों के कपड़े पसंद हुआ करते थे। लेकिन परिवार की वजह से वो कभी खुलकर सामने नहीं आ पाईं थीं।
साल 2006 में गौरव ‘ग्लैडरेग्स मैनहंट एंड मेगामॉडल कॉन्टेस्ट’ में सेकण्ड रनरअप भी रह चुके हैं। गौरव से गौरी बनने के सफर को भी उन्होंने बहुत एंजॉय किया। अब वो अपने मॉडलिंग करियर में एक बार फिर से व्यस्त हैं। गौरी सोशल मीडिया पर अपनी नई-नई खूबसूरत तस्वीरें भी साझा करती रहती हैं।