इन्सेफ्लाईटिस से निपटने के लिए दो जिलों में दौड़ेगी मोबाइल मेडिकल ट्रीटमेंट वैन, सीएम योगी ने दिखाई हरी झंडी

गोरखपुर. यहां इन्सेफ्लाटिस से निपटने के लिए सीएम योगी ने शुरूआती दौर में दो जिलों में मोबाइल मेडिकल ट्रीटमेंट वैन को हरी झंडी दिखाई। इस वैन की खासियत यह है कि यह मरीजों के घर पहुंच कर उनका इलाज करेगी। हालांकि यह अन्य रोगियों के लिए भी उपलब्ध होगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे अभी सिद्धार्थनगर और गोरखपुर में शुरू किया गया है। यह दोनों वैन टाटा ट्रस्ट के माध्यम से संचालित की जा रही है। और क्या खासियत है वैन की: गोरखपुर सीएमओ एसएन तिवारी ने बताया कि इंसेफेलाइटिस बीमारी से निपटने के लिए एलटी स्टाफ, फार्मासिस्ट नर्स द्वारा मरीजों की जांच करने के बाद उन्हें दवा दी जाएगी। जनपद सिद्धार्थनगर के उस्का बाजार और गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र में यह बैन डोर टू डोर जाकर मरीजों का इलाज इलाज करेगी। रोस्टर के जरिए 15- 15 दिन अलग-अलग स्थानों पर रहेगी। जिसमें 150 तरह की जांच अत्याधुनिक मशीन द्वारा की जाएगी। गंभीर मरीजों को इलाज भी किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर इन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के जरिए चालू की जा रही है। इसके सफल होने पर जेई और एईएस से प्रभावित 38 जिलों में चालू किया जाएगा। यह मोबाइल ट्रीटमेंट वैन 3 वर्षों के लिए दी गई।
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इस वैन के जरिये गंभीर मरीजों को इलाज भी किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर इन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाएगा।





