इंदौर से इंडिगों की तीन दिन में 100 उड़ानें निरस्त,ट्रेनों और बसों में बढ़े यात्री

इंदौर से दिल्ली-मुबंई जाने वाली इंडिगो की उड़ान लगातार निरस्त होने से यात्री परेशान है, लेकिन दूसरी एयरलाइंस कंपनियों और निजी बस आपरेटरों की चांदी हो रही है। दिल्ली-मुंबई जाने वाली बसों का किराया बढ़ गया है। इसके अलावा दूसरी एयरलाइंस कंपनियों का दिल्ली, मुबंई व अन्य शहरों के लिए जाने वाला उड़ानों के टिकट भी महंगे हो गए है। छोटे विमानों के संचालन में तो ज्यादा दिक्कत नहीं आ रही है, लेकिन बड़े विमानों की व्यवस्था गड़बड़ा रही है।

इंदौर से हर दिन 90 से ज्यादा उड़ानें संचालित होती है। एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस के अलावा सबसे ज्यादा उड़ाने इंदौर से इंडिगो की है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा उड़ानें इंदौर से ही प्रभावित हो रही है। तीन दिन में इंदौर से 100 से ज्यादा उड़ान निरस्त हुई है। इंडिगो एयरलाइन क्रू मेंबर्स की कमी झेल रही है। इस कारण कंपनी के उड़ानें लगातार निरस्त हो रही है या देरी से संचालित हो रही है।

लगातार आ रही परेशानी को देखते हुए यात्रियों ने दूसरे विकल्पों को अपनाना शुरू कर दिया है। लोग दिल्ली-मुंबई जाने के लिए ट्रेन और बसों से जाना पसंद कर रहे है। ट्रेवल एजेंट नितिन विजयवर्गीय ने बताया कि उड़ानें निरस्त होने के कारण यात्रियों का दबाव ट्रेनों पर बढ़ रहा है। इंदौर से दिल्ली, मुंबई, व दक्षिण की तरफ जाने वाली ट्रेनों में टिकट आसानी से कंफर्म नहीं हो पा रहे है।

पंद्रह से बीस हजार रुपये किराया

इंडिगो की उड़ानें निरस्त होने के कारण दूसरी एयरलाइंस कंपनियों ने टिकट के दाम बढ़ा दिए है। इंदौर से बड़े महानगरों के टिकट 20 से 25 हजार रुपये में मिल रहे है, जबकि सामान्य दिनों में किराया आठ से दस हजार रुपये तक होता है। सबसे ज्यादा किराया दिल्ली का बढ़ा है। इंदौर से सबसे ज्यादा दिल्ली के लिए इंडिगो की उड़ानें संचालित करती है। कई यात्रियों को दिल्ली से दूसरे शहरों के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट लेना होती है। इस कारण यात्रियों का दबाव सबसे ज्यादा दिल्ली के रुट पर है।

क्यों आ रही है दिक्कत

डीजीसीए ने नए नियम लागू किए है। देश में सबसे ज्यादा उड़ान इंडिगो कंपनी संचालित करती है। इस कारण उसे स्टाॅफ की कमी और उड़ानों के आपरेशन में परेशानी आ रही है। अहमदाबाद विमान हादसे के बाद नियमों में बदलाव हुआ है। पहले पायलट छह लैडिंग करते थे, लेकिन अब वे एक दिन में दो लैंडिग कर पाएंगे। इसके अलावा लंबी उड़ानों के बाद एक दिन का आराम उन्हें करना होगा। ड्यूटी का समय भी कम हुआ है।

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