आज तीन साल बाद आज कहां खड़े हैं मोदी, BJP और विपक्ष…
26 मई 2014 को देश की बागडोर संभालने वाली मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो चुके हैं. देश ही नहीं विदेशों में भी मोदी के नाम का डंका बज रहा है. मोदी की नीतियों और कार्यशैली से देश की जनता खुश और विपक्षी दल चुप हैं. ऐसा लगता है कि विपक्षियों को इंतजार है मोदी लहर के स्थिर होने का, लेकिन तमाम झांझावतों के बीच भी मोदी लहर खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.
दरअसल आज मोदी सरकार के तीन साल गुजर चुके हैं, विपक्ष साल दर साल कमजोर होता चला गया. पिछले तीन सालों में मोदी ने अपनी छवि इतनी बड़ी कर ली है कि उनके समकक्ष बीजेपी का कोई नेता नजर नहीं आता. अटल और आडवाणी के नाम से पहचानी जाने वाली पार्टी अब मोदी की हो चुकी है. जाहिर है समय एक सा नहीं रहता लेकिन क्या बीजेपी में मोदी का कोई विकल्प है या उसकी संभावना है. मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर कुछ ऐसे ही मुद्दों पर aajtak.in के एडिटर पाणिनि आनंद ने अपनी राय व्यक्त की. डालिए एक नजर…
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आप भले ही मोदी की विचारधारा से सहमत न हों लेकिन राजनीतिक रूप से मोदी ने अपने सारे विरोधियों के दांत खट्टे करते हुए खुद को एक ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचाया है. मोदी की यह उपलब्धि बीजेपी की भी उपलब्धि है. मोदी से ज्यादा स्वीकार्य चेहरे बीजेपी में रहे हैं लेकिन मोदी जैसी राजनीतिक सफलता पहले किसी ग़ैर-कांग्रेसी नेता की शायद ही रही हो. मोदी सरकार के तीन साल बाद मोदी जहां खड़े हैं, वहां बीजेपी की कल्पना बिना मोदी के संभव नहीं थी.