अपना पेट तो हर कोई भरता है, लेकिन गैरों की भूख मिटाने का है जुनून

अपना पेट तो हर कोई भरता है, लेकिन गैरों की भूख मिटाने वाले बिरले होते हैं। इन्हीं बिरलों में शामिल हैं डॉ. राजीव मौर्य और उनकी टीम। इनकी संस्था सनातन सेवा संस्थान की मोबाइल वैन हर महीने लगभग 2000 जरूरतमंद लोगों को भोजन करा रही है।
बात वर्ष 2016 की है। बेलसर रोड तिवारी बाजार के डॉ. राजीव मौर्य घर पर कुछ काम कर रहे थे, तभी एक असहाय वृद्ध उनके घर पहुंचा और रोटी मांगी, उन्होने वृद्ध को खाना खिलाया और कुछ कपड़े भी दिए। उन्होंने सोचा कि क्यों ना ऐसे ही कुछ असहाय लोगों की भूख मिटाने का प्रयास किया जाए। कुछ दोस्तों से बातचीत करके इसकी शुरुआत कर दी। पहले हर हफ्ते 20 पैकेट खाना (जिसमें पूड़ी, सब्जी व अचार होता था) होटल से बनवाकर बाइक से बस स्टॉप व रेलवे स्टेशन के आसपास असहाय लोगों की खोजकर खिलाते थे। धीरे-धीरे और लोग भी प्रभावित होकर जुड़े और सनातन सेवा संस्थान बनाकर मुहिम का और विस्तार किया।
अब चलाते हैं वैन: संस्था के माध्यम से हर रविवार और सोमवार को मोबाइल वैन से खाने का वितरण किया जा रहा है। संस्था के लोग दिन में एक से तीन बजे तक रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप, अस्पताल व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर घूम-घूमकर असहाय व जरूरतमंदों को भोजन कराते हैं। संस्था से जुड़े सुरेश मौर्य बताते हैं कि जब लोगों को भोजन कराया जाता है तो ऐसा महसूस होता है कि जैसे सभी तीर्थों का पुण्य एक साथ मिल गया हो। संस्था में राजकुमार वर्मा, पवन वर्मा, रजत तिवारी आदि की भूमिका सराहनीय है। संस्था की ओर से अब तक दस बेटियों की शादी में आर्थिक सहयोग देकर उनका घर बसाने में मदद की गई है। जिदगी बचाने के लिए 13 यूनिट रक्तदान किया।





