अनिल विज के भतीजे, नायब सैनी के नजदीकी समेत 4 लोगो पर फ्रॉड केस का मामला दर्ज

बीजेपी के दो दिग्गज मंत्रियों के करीबी रिश्तेदारों के खिलाफ ठगी का केस दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पटियाला की थाना कोतवाली पुलिस ने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के भतीजे गौरव विज और राज्यमंत्री नायब सैनी

अनिल विज के भतीजे, नायब सैनी के नजदीकी समेत 4 लोगो पर फ्रॉड केस का मामला दर्ज व नारायणगढ़ से विधायक के नजदीकी रणधीर सिंह समेत चार के खिलाफ लाखों की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
दो नंबर डिवीजन चौकी के इंचार्ज सुरिंदर भल्ला ने बताया कि मालवा कालोनी के रहने वाले भाजपा नेता जगदीप सिंह सोढी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। उसने अपनी शिकायत में बताया कि ओम केबल नेटवर्क के नाम से फर्म बनाई थी। इस फर्म में पटियाला निवासी फास्टवे केबल नेटवर्क के एमडी विकास पुरी, अंबाला कैंट के शास्त्री नगर के रहने वाले गौरव विज और रणधीर सिंह उसके पार्टनर थे।

जगदीप ने आरोप लगाया कि उसके पार्टनरों ने पटियाला के छोटी बारादरी स्थित कोटक महिंदरा बैंक में उसके फर्जी हस्ताक्षर और दस्तावेजों के आधार पर ज्वाइंट बैंक अकाउंट खोला। बाद में फर्जी हस्ताक्षरों के जरिए ट्रांजेक्शन भी की गई। उसे मुनाफे का कोई हिस्सा न देते हुए उसके साथ लाखों की धोखाधड़ी की गई। इसमें बैंक के मैनेजर विवेक पाठक ने भी आरोपियों का साथ दिया। जगदीप ने आरोप लगाया कि पहले भी इकरारनामे पर उसके जाली हस्ताक्षर इस्तेमाल किए थे।

पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है।

अंबाला पुलिस को भी दी थी शिकायत, मगर नहीं हुई कार्रवाई
आरोप है कि धोखाधड़ी के एक अन्य मामले की शिकायत भी पटियाला निवासी शिकायतकर्ता जगदीप सिंह सोढी ने अंबाला पुलिस को दी थी। मामला बीते वर्ष दिसंबर का है। बलदेव नगर थाने में विकास पुरी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाए हैं कि इस मामले में विकास पुरी के अलावा गौरव विज व रणधीर सिंह के खिलाफ भी शिकायत थी। मगर सरकारी दबाव के कारण अंबाला पुलिस ने इस मामले में दोनों के नाम कटवा दिए और केवल विकास पुरी पर ही बीती दिसंबर को केस दर्ज हुआ था। केस दर्ज होने के बावजूद आज तक विकास की गिरफ्तारी नहीं हुई।

अंबाला पुलिस को जगदीप सिंह ने बीते वर्ष शिकायत दी थी, मगर वह शिकायत केवल विकास पुरी के नाम दी गई थी। मंत्रियों के किसी भी रिश्तेदार के नाम नहीं थे। इस मामले में केस दर्ज किया गया था। मगर बाद में शिकायतकर्ता ने सीएम विंडो पर शिकायत कर इस मामले की जांच किसी और से कराने की मांग की थी, जिस पर इस केस की जांच करनाल पुलिस के पास चली गई थी। अंबाला पुलिस ने निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया था।
– अभिषेक जोरवाल, एसपी अंबाला

Back to top button