अच्छी फिल्में बच्चों को बनाती हैं अच्छा इंसान -अमित सिंह
अभिनेता-निर्देशक निखिल द्विवेदी एवं बाल कलाकार आरव शुक्ला ने जगाया अच्छी फिल्में देखने का उत्साह
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के फिल्म्स डिवीजन के तत्वावधान में सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रहे नौ-दिवसीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2019)’ में शिक्षात्मक बाल फिल्में देखने का भारी उत्साह छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों में दिखाई दिया और सी.एम.एस. कानपुर रोड का समस्त परिसर बच्चों एवं अभिभावकों की उपस्थिति से दिन भर खचाखच भरा रहा। इससे पहले, अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि अमित सिंह, विशेष सचिव, मुख्यमंत्री, उ.प्र., ने समारोह का विधिवत् उद्घाटन किया जबकि अभिनेता-निर्देशक निखिल द्विवेदी एवं बाल कलाकार आरव शुक्ला ने अपनी उपस्थिति से बाल फिल्मोत्सव की भव्यता में चार-चाँद लगा दिये। विदित हो कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव का आयोजन 4 से 12 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य भावी पीढ़ी का चरित्र निर्माण एवं सर्वांगीण विकास करना है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अमित सिंह, विशेष सचिव, मुख्यमंत्री, उ.प्र. ने कहा कि ऑडियो-विजुअल माध्यम का बच्चों के मन-मस्तिष्क पर बहुत गहरा प्रभाव होता है। अच्छी फिल्में बच्चों को अच्छा इंसान बनाती है, ऐसे में सी.एम.एस. का यह बाल फिल्म महोत्सव बच्चों को अच्छी फिल्मों की ओर आकर्षित करने का बढ़िया जरिया है। उन्होंने आगे कहा कि हमारा भारत देश पूरी दुनिया में अपनी नैतिकता एवं आध्यात्मिकता उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है और इस महोत्सव के माध्यम से डा. जगदीश गाँधी ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है।
बाल फिल्मोत्सव के अन्तर्गत आज अपरान्हः सत्र में सी.एम.एस. कानपुर रोड पर आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में फिल्म जगत से जुड़ी प्रख्यात हस्तियों ने पत्रकारों से मुलाकात की और खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभिनेता-निर्देशक श्री निखिल द्विवेदी ने कहा कि यह महोत्सव बच्चों को अपने अन्दर छिपी प्रतिभा को पहचानने में मदद करेगा। बच्चों के चारित्रिक व नैतिक विकास के लिए फिल्म जैसे सशक्त माध्यम का उपयोग बहुत अच्छी बात है, जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम होगी। प्रेस कान्फ्रेन्स में बाल फिल्मोत्सव के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए फिल्म फेस्टिवल के चेयरमैन डा. जगदीश गाँधी, संस्थापक, सी.एम.एस. ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव को लखनऊ की जनता का जो सहयोग मिल रहा है, उससे मैं अभिभूत हूँ और आभार व्यक्त करता हूँ। सी.एम.एस. इस महोत्सव में दिखाई जा रही फिल्मों के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास पैदा करने का प्रयास कर रहा है कि मेहनत व श्रम द्वारा वे चाहें तो आसमान के तारे तक तोड़ने की क्षमता रखते हैं। डा. गाँधी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सी.एम.एस. का यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव लखनऊ में ही नहीं अपितु पूरे देश में अत्यन्त लोकप्रिय हो रहा है और बड़ी-बड़ी फिल्म हस्तियाँ व अन्य अनेक विद्वजन यहाँ पधारकर बच्चों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं। फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर वर्गीस कुरियन ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव सभी के लिए पूर्णतया निःशुल्क एवं लखनऊ के सभी स्कूलों के बच्चे, युवक, माता-पिता, अभिभावक व शिक्षक ‘प्रथम आगत प्रथम स्वागत’ के आधार पर बाल फिल्में देखने के लिए आमंत्रित हैं। महोत्सव के अन्तर्गत कमजोर तथा विकलांग बच्चों को शिक्षात्मक बाल फिल्में दिखाने की विशेष व्यवस्था की गयी है तथापि इसके लिए बच्चों को लाने के लिए आवश्यकतानुसार निःशुल्क बस सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।