आपकी ये आदतें बना सकती हैं आपको उम्र से पहले बूढ़ा
हम सभी चाहते हैं कि हमारी त्वचा हमारी उम्र से दस साल ज्यादा जवान दिखे और इस कारण से हम कितनी ही महंगी स्किन केयर प्रोडक्ट्स, फेशियल, डाइटिंग आदि करते हैं, लेकिन इनका कुछ खास लाभ हमें मिल नहीं पाता। दरअसल, एजिंग एक नेचुरल प्रक्रिया है, जो उम्र के साथ होती है और इसे रोका नहीं जा सकता, लेकिन कई बार यह प्रक्रिया तेज हो जाती है। इसके पीछे की वजह आपकी लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ आदतें हो सकती हैं, जिन पर आप ध्यान नहीं देते। इन आदतों के कारण एजिंग की प्रक्रिया सामान्य गति से अधिक तेज हो सकती है। हालांकि, इन आदतों में बदलाव कर ऐसा होने से रोक सकते हैं। आइए जानते हैं कि आपकी कौन-सी आदतें आपको उम्र से पहले बूढ़ा दिखा सकती हैं।
खान-पान की गलत आदतें
अगर आप प्रोसेस्ड फूड आइटम्स, जैसे- फ्रेंच फ्राइज, चिप्स आदि ज्यादा खाते हैं, तो ऑक्सीडेटिव डैमेज अधिक होता है, जिस कारण से एजिंग की प्रक्रिया तेज हो सकती है। ज्यादा नमक, शुगर और ऑयल वाला खाना भी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह बन सकते हैं, इसलिए डाइट में इनकी जगह प्लांट बेस्ड प्रोटीन, हेल्थी फैट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड को शामिल करें।
नींद की कमी
अगर आप भी ऐसा मानते हैं कि रात को अधिक देर तक जागना और नींद पूरी न करना कूल है, तो आप बिलकुल गलत सोचते हैं। सोते समय हमारे सेल्स रिजूवनेट होते हैं और बॉडी हील करती है। लेकिन नींद पूरी न होने की वजह से ऐसा नहीं हो पाता और नए सेल्स नहीं बन पाते। इस वजह से, एजिंग का प्रोसेस काफी तेज हो सकता है और आप वक्त से पहले बूढ़े हो सकते हैं।
अल्कोहल का सेवन
शराब पीना आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। इसकी वजह से न केवल आपके लिवर और हार्ट पर प्रभाव पड़ता है बल्कि एजिंग की प्रक्रिया भी तेज हो जाती है। इसलिए शराब बिल्कुल न पीएं।
सन स्क्रीन न लगाना
सन स्क्रीन न केवल आपकी त्वचा को यूवी किरणों की वजह से होने वाले नुकसान से बचाता है। यूवी किरणों की वजह से फाइन लाइन्स, डार्क स्पॉट्स से लेकर स्किन कैंसर तक की समस्या हो सकती है। सन स्क्रीन स्किप करने की वजह से एजिंग का प्रोसेस तेज हो सकता है। इसलिए रोज दिन के समय सन स्क्रीन याद से लगाएं और अगर बाहर धूप में हैं, तो हर दो घंटों पर रीअप्लाई करें।
अधिक स्ट्रेस लेना
स्ट्रेस हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। इस वजह से हमारी सेहत से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं। इसके अलावा, तनाव की वजह से ऑक्सीडेटिव डैमेज भी अधिक होता है, जो एंजिग की प्रक्रिया को तेज कर देता है। इस वजह से फाइन लाइन्स और झुर्रियां नजर आने लगते हैं। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट सीखना बहुत आवश्यक होता है।