योगी के गढ़ गोरखपुर कैम्पियरगंज में भी चल रहे दो इस्लामिक प्राथमिक विद्यालय

देवरिया के सलेमपुर में परिषदीय विद्यालय का नामकरण इस्लामिया किए जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि गोरखपुर के कैंपियरगंज में दो प्राथमिक विद्यालयों के नाम बदले जाने का तथ्य सामने आ गया। इससे हड़कंप मचा है। पूरे मामले में बीएसए ने जांच के आदेश दिए हैं। कैम्पियरगंज विकासखंड में इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय पचमा और इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय रिगौली का संचालन किया जा रहा है। दोनों विद्यालय परिषदीय हैं। सरकारी शिक्षक पढ़ा रहे हैं।

प्राथमिक विद्यालय पचमा के प्रधानाध्यापक अमृत प्रसाद का कहना है कि 10 साल पहले इस विद्यालय में शुक्रवार को अवकाश होता था। अब शासन से निर्धारित रविवार को अवकाश रहता है। विद्यालय का नाम कैसे बदला, इसकी बहुत जानकारी नहीं है। यहां दो सहायक अध्यापक प्रदीप सिंह और रशीद अहमद भी पढ़ाते हैं। ब्लॉक अध्यक्ष डॉक्टर हरि गोविंद का कहना है कि गांव में मुस्लिम बहुल है। ज्यादातर बच्चे इसी समुदाय से आते हैं। करीब 140 विद्यार्थी यहां पढ़ते हैं। इस संबंध में सोमवार की देर शाम बीएसए को जानकारी दी गई है।
 
दूसरी तरफ रिगौली गांव के प्रधान प्रतिनिधि मधुसूदन गुप्ता का कहना है कि अब भी प्राथमिक विद्यालय के नाम के आगे इस्लामिया लिखा है। इस लिहाज से गोरखपुर में दो इस्लामिया प्राथमिक हैं। इस तथ्य के सामने आने से अफसर सांसत में हैं। मंगलवार को पूरे मामले की रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी। पहले प्राथमिक विद्यालय रिगौली में भी जुमे की नमाज के लिए शुक्रवार को छुट्टी होती थी लेकिन अब रविवार को अवकाश रहता है। 

शासन के आदेश पर पड़ताल 

इस्लामिया प्राथमिक विद्यालयों की तलाश शासन के आदेश के बाद शुरू की गई। गोरखपुर के 20 विकासखंड की पड़ताल कराई गई तो कैम्पियरगंज में मामल सामने आ गया। कैम्पियरगंज में इस्लामिक नाम से प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। मगर विद्यालय में रविवार को छुट्टी होती है । विद्यालय का नाम इस्लामिया कैसे पड़ा इसकी जांच की कराई जाएगी। पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। बीएन सिंह, बीएसए ।

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