याह्रा सिनवार की मौत के बाद कमजोर हुआ हमास! इजरायल के सामने रखी ये डील
इजायरल और हमास के बीच बीते लंबे समय से युद्ध जारी है। इस युद्ध के दौरान अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल के साथ लंबे समय से चल रहे युद्ध में हमास का सबसे बड़ा नेता याह्रा सिनवार बीते दिनों इजरायली हमले में मारा गया। उसके तमाम बड़े नेता अब मारे जा चुके हैं। ऐसे में इजरायल डिफेंस फोर्स के लगातार एक्शन के बाद अब हमास में त्राहिमाम मच गया है। यही वजह है कि हमास के लड़ाके इजरायल से समझौता करना चाहते हैं।
हमास ने इजरायल के सामने रखी डील
अब हमास की तरफ से इजरायल के सामने समझौते के लिए एक डील रखी गई है। इस डील के तहत हमास के कब्जे में मौजूद सभी इजरायली नागरिकों को मुक्त कर दिया जाएगा। बदले में हमास युद्धविराम के साथ-साथ इजरायल के कब्जे में मौजूद हमास के लोगों को छुड़ाना चाहता है।
वहीं, अब इजराइल ने गुरुवार को कहा कि उसका जासूस प्रमुख गाजा युद्ध विराम वार्ता में भाग लेगा तथा हमास ने युद्ध विराम होने पर लड़ाई बंद करने की कसम खाई है।
एक वर्ष से चल रहे युद्ध को रोकने के लिए पहले किए गए प्रयास विफल रहे हैं, हालांकि संयुक्त राज्य अमेरिका ने आशा व्यक्त की है कि पिछले सप्ताह हमास नेता याह्या सिनवार की हत्या समझौते के लिए रास्ता खोल सकती है।
इजरायली सूत्रों के मुताबिक बीते साल 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले में 251 लोगों को बंधक बनाया गया था, जिनमें से 97 अभी भी गाजा में ही हैं। इजरायली सेना का मानना है कि 34 लोगों को हमास मौत के घाट उतार चुका है।
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को एएफपी को बताया कि उन्होंने मिस्र के अधिकारियों से कहा है कि यदि इजरायल युद्ध विराम समझौते के लिए राजी होता है तो वे गाजा में लड़ाई रोकने के लिए तैयार हैं। बताया गया कि हमास के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को मिस्त्र की राजधानी काहिरा में अधिकारियों के साथ गाजा युद्ध विराम से संबंधित मसौदे पर चर्चा की।
हमास ने क्या शर्त रखी?
हमास ने लड़ाई रोकने में खुद इंट्रस्ट ले रहा है, लेकिन ऐसा तभी होगा जब इजरायल युद्ध विराम के लिए तैयार हो। हमास ने मिस्त्र से कहा है कि इजरायल को गाजा पट्टी से हटना चाहिए। वहां मौजूद विस्थापित लोगों की वापसी की अनुमति उसे देनी चाहिए। इसके साथ ही गाजा में मानवीय सहायता के प्रवेश की अनुमति देनी चाहिए। बताया गया कि काहिरा में हुई वार्ता मिस्र के युद्ध विराम वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।
पीएम नेतन्याहू ने क्या दिया जवाब?
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह गाजा में आतंकवादियों द्वारा अभी भी बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए मिस्र द्वारा समझौते पर पहुंचने के फैसले का स्वागत करते हैं।
नेतन्याहू के ऑफिस की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि काहिरा में हुई बैठकों के बाद प्रधानमंत्री ने मोसाद के निदेशक को दोहा जाने और सुरक्षा कैबिनेट के सदस्यों के समर्थन से एजेंडे में शामिल कई पहलों को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया है। इजराइल ने कहा कि मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया रविवार को कतर में बैठक करने वाले थे, ताकि गाजा बंधक रिहाई समझौते की दिशा में बातचीत को फिर से शुरू किया जा सके।
इससे पहले गुरुवार को, संयुक्त राज्य अमेरिका और कतर ने कहा कि कतर की राजधानी में गाजा संघर्ष विराम वार्ता फिर से शुरू होगी।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को दोहा में कतर के नेताओं से मुलाकात की। यह क्षेत्र की उनकी 11वीं यात्रा थी, जब हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमला किया था, जिसके बाद गाजा युद्ध छिड़ गया था।