यशस्वी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शानदार शतक जड़ा है..
यशस्वी पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने भारत के 17वें बल्लेबाज हैं। वह ये उपलब्धि प्राप्त करने वाले तीसरे आरंभिक बल्लेबाज हैं। पहले विकेट के लिए 229 रन की साझेदारी की जो वेस्टइंडीज के विरुद्ध किसी भी भारतीय जोड़ी की सर्वोच्च साझेदारी है।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दोहरा शतक, लिस्ट ए मैच में दोहरा शतक, अंडर-19 विश्व कप में शतक, रणजी ट्राफी में शतक, ईरानी कप में शतक, दलीप ट्राफी में दोहरा शतक, विजय हजारे ट्राफी में शतक, इंडिया ‘ए’ के लिए शतक, आइपीएल में शतक और अब पदार्पण टेस्ट मैच में शतक। ये कारनामा करने वाले बल्लेबाज का नाम है यशस्वी जायसवाल।
डेब्यू में शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय-
ऐसा कोई टूर्नामेंट नहीं है, जिसमें मुंबई का यह 21 वर्षीय बल्लेबाज खेला हो और अपनी छाप न छोड़ी हो। यशस्वी (143) ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शानदार शतक जड़कर दिखा दिया कि क्यों उन्हें भविष्य का बड़ा सितारा कहा जा रहा है। यशस्वी पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने भारत के 17वें बल्लेबाज हैं। वह ये उपलब्धि प्राप्त करने वाले तीसरे आरंभिक बल्लेबाज हैं।
कप्तान के साथ की 229 रन की साझेदारी-
यशस्वी ने कप्तान रोहित शर्मा (103) के साथ पहले विकेट के लिए 229 रन की साझेदारी की, जो वेस्टइंडीज के विरुद्ध किसी भी भारतीय जोड़ी की सर्वोच्च साझेदारी है। इस साझेदारी के दम पर भारतीय टीम ने चाय तक दो विकेट पर 245 रन बनाकर मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। भारत ने वेस्टइंडीज पर 162 रन की बढ़त बना ली है।
डब्ल्यूटीसी के लिए स्टैंडबाय खिलाड़ी-
वेस्टइंडीज के विरुद्ध टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले जिस खिलाड़ी की सबसे ज्यादा चर्चा थी, वह यशस्वी ही थे। मुंबई के इस बल्लेबाज ने आइपीएल और घरेलू सत्र में रनों का अंबार खड़ा किया, जिसकी बदौलत पहले उन्हें डब्ल्यूटीसी फाइनल की टीम में स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में शामिल किया गया। फिर वेस्टइंडीज के विरुद्ध टेस्ट सीरीज में चुना गया।
13 गेंदों में अर्धशतक-
पहले टेस्ट में यशस्वी का खेलना तय माना जा रहा था, लेकिन बड़ा प्रश्न था कि वह किस स्थान पर खेलेंगे। टीम प्रबंधन ने यशस्वी को रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग पर भेजा और मुंबई के इस बल्लेबाज ने बेहतरीन संयम और सराहनीय स्वभाव का प्रदर्शन किया।
आइपीएल में 13 मई को महज 13 गेंदों पर अर्धशतक लगाने वाले यशस्वी ने 215 गेंदों में टेस्ट शतक जड़ा। वह पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले चौथे सबसे युवा बल्लेबाज भी बन गए।वेस्टइंडीज के विरुद्ध पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ने वाले यशस्वी तीसरे भारतीय बल्लेबाज हैं।
रोहित की कप्तानी पारी-
डब्ल्यूटीसी फाइनल में हार के बाद टेस्ट में अपनी उपयोगिता साबित करने उतरे रोहित ने कप्तानी पारी खेलते हुए टेस्ट करियर का 10वां शतक जड़ा। उन्होंने यशस्वी के साथ पहले विकेट के लिए 229 रन जोड़े, जो कैरेबियाई टीम के विरुद्ध सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है।
दूसरे दिन विंडसर पार्क की पिच और धीमी हो गई और गेंद बल्ले पर रुक कर आ रही थी। पहले सत्र में भारतीय बल्लेबाजों ने कोई जोखिम नहीं लिया और सिर्फ 66 रन जोड़े। रखीम कार्नवाल और जोमेल वारिकन को छोड़ दें तो कोई अन्य कैरेबियाई गेंदबाज रोहित और यशस्वी की जोड़ी के लिए परेशानी पैदा नहीं कर सका।
17वें भारतीय बल्लेबाज बने यशस्वी पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले हैं। आइए पहले टेस्ट में शतक लगाने वाले दस अंतिम भारतीय बल्लेबाज देखते हैं।
- 110 रन मोहम्मद अजहरुद्दीन बनाम इंग्लैंड, कोलकाता, 1984,
- 103 रन प्रवीण आमरे बनाम द. अफ्रीका, डरबन, 1992,
- 131 रन सौरव गांगुली बनाम इंग्लैंड, लार्ड्स, 1996,
- 105 रन वीरेंद्र सहवाग बनाम द. अफ्रीका, बीफोंटेन, 2001,
- 120 रन सुरेश रैना बनाम श्रीलंका, कोलंबो, 2010,
- 187 रन शिखर धवन बनाम आस्ट्रेलिया, मोहाली, 2013,
- 177 रन रोहित शर्मा बनाम वेस्टइंडीज, कोलकाता, 2013,
- 134 रन पृथ्वी शा बनाम वेस्टइंडीज, राजकोट, 2018,
- 105, श्रेयस अय्यर बनाम न्यूजीलैंड, कानपुर, 2021,
- 143*, यशस्वी जायसवाल बनाम वेस्टइंडीज, डोमिनिका, 2023
वेस्टइंडीज के विरुद्ध भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग साझेदारी:-
- 229, रन रोहित शर्मा व यशस्वी, डोमिनिका, 2023
- 201 रन वीरेंद्र सहवाग व वसीम जाफर, मुंबई, 2022 ,
- 159 वीरेंद्र सहवाग व वसीम जाफर, ग्रास आइलैट, 2006,
- 153 रन सुनील गावस्कर व चेतन चौहान, मुंबई, 1978,
- 136 रन सुनील गावस्कर व अंशुमन गायकवाड़, किंग्सटन, 1976
टेस्ट में शतक लगाने वाले युवा भारतीय बल्लेबाज-
- 18 वर्ष 329 दिन, पृथ्वी शा बनाम इंग्लैंड, राजकोट, 2018,
- 20 वर्ष 126 दिन, अब्बास अली बेग बनाम इंग्लैंड, ओल्ड ट्रेफड, 1959
- 20 वर्ष 276 दिन, गुंडप्पा विश्वनाथ बनाम आस्ट्रेलिया, कानपुर, 1969,
- 21 वर्ष 196 दिन, यशस्वी जायसवाल बनाम वेस्टइंडीज, डोमिनिका, 2023,
- 21 वर्ष 327 दिन, मोहम्मद अजहरुद्दीन बनाम इंग्लैंड, कोलकाता, 1984