वाह रे यूपी पुलिस- हत्या को दिखाया बीमारी से मौत, हत्यारोपियों से कर ली मिली भगत

मैनपुरी। उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी हरकतों से पहले भी कई बार शर्मसार हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद भी वह सुधरने का नाम नहीं ले रही है। पैसा मिलते ही इल्जाम किसी का सर किसी के करने में प्रमुख है। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के मैनपुरी से सामने आया है। यहां बीते दिनों एक बुजुर्ग दलित की हत्या कर दी गई। जिसकी रिपोर्ट पुलिस में परिजनों ने नामजद दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने मनमानी करते हुए हत्या को बीमारी बता दिया। इतना ही नहीं थानेदार ने हत्या की फाइल को भी बंद कर दिया। जबकि जांच रिपोर्ट में साफ साफ दर्शाया गया है कि युवक की हत्या पिटाई से की गई है। मृतक के पुत्र ने एक बार फिर मामले को उजागर किया है और फिर जांच के लिए सीएम सहित आलाधिकारियों से शिकायत की है।

क्या है पूरा मामला?

पूरा मामला जनपद मैनपुरी के करहल क्षेत्र के ग्राम खटारा का है इस गांव के रहने वाले 55 वर्षीय राम अवतार जाटव 3 मई 2019 को खेतों में घास लेने गए थे जो देर शाम तक नहीं लौटे। पूरी रात बीत जाने के बाद सुबह परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की तो उनकी लाश एक तालाब के किनारे नग्न और खून से लथपथ अवस्था में मिली।

पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे। तो वहीं मलाशय द्वार पर गहरी चोट का निशान भी था। मामले की शिकायत थाना पुलिस से की गई तो मौके पर पहुंची पुलिस ने बिना पंचनामा के ही लाश को उठा ले गई और पोस्टमार्टम करा दिया। पोस्टमार्टम में भी चोट और मलाशय में लोहे की रॉड या नुकीले हथियार से बार-बार घर्षण होने से मौत हो जाना दर्शाया गया था।

हत्यारोपियों से मिली भगत का आरोप

मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्यारोपियों से मिली भगत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस पैसे लेकर मामले को लीपापोती कर रही है। पुलिस ने घटना की रिपोर्ट अज्ञात के खिलाफ दर्ज की जबकि मृतक के पुत्र ने कई बार थाने में जाकर नामजद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की तहरीर दी। इस दौरान पुलिस ने उससे मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कहती रही। धीरे-धीरे थाने में तैनात अपने खाऊ कमाऊ नीत और तानाशाही के मामले में चर्चित रहे राजेश पाल ने बीमारी से मौत दिखाकर फाइल को बंद कर दिया।

अब पीड़ित का पुत्र रंजीत पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा पुलिस अधीक्षक जिला प्रदीकरण मानव आयोग, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, आईजी, डीआईजी को निवर्तमान थाना अध्यक्ष राजेश पाल के खिलाफ शिकायती पत्र देकर मामले की पुन: जांच कर कानूनी कार्रवाई कर न्याय की गुहार लगाई है।

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