Women’s Day: गजब का जज्बा, डॉक्टर बनने का था सपना, पर चाहतो ने बना दिया मिस वर्ल्ड…
वूमेन्स डे पर सुनिए, देश की उस बेटी की कहानी, जिसके जज्बे को सारी दुनिया ने सराहा। वह डॉक्टर बनना चाहती है, लेकिन एक खूबसूरत ख्याल ने उन्हें मिस वर्ल्ड का खिताब दिला दिया।
17 साल बाद किसी भारतीय लड़की ने दुनिया भर की 108 सुंदरियों को पछाड़कर खिताब अपने नाम किया। चीन के सान्या शहर में मिस वर्ल्ड 2017 प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था। प्रतियोगिता में फर्स्ट रनरअप मिस इंग्लैंड स्टेफनी हिल रहीं, जबकि सेकेंड रनर अप के खिताब पर मिस मैसिको एंड्रिया मेजा ने कब्जा जमाया। इन दोनों के साथ मानुषी का करीबी मुकाबला था, लेकिन अंत में ताज मानुषी के सिर आया।
14 मई 1997 को जन्मी हरियाणा की छोरी मानुषी छिल्लर ने जून 2017 में मिस इंडिया का खिताब जीता था। मानुषी 1966 में पहली बार मिस वर्ल्ड बनी रीता फारिया को अपना आदर्श मानती हैं। रीता फारिया के बाद साल 1994 में ऐश्वर्या राय, 1997 में डायना हेडन, 1999 में युक्ता मुखी और साल 2000 में प्रियंका चोपड़ा ने यह खिताब अपने नाम किया। अब 17 साल बाद मानुषी छिल्लर मिस वर्ल्ड 2017 बनी हैं।
मानुषी छिल्लर रोहतक की कमल कॉलोनी वासी डॉ. मित्रवसु चिल्लर की बेटी हैं। उनकी मां नीलम दिल्ली के इबहास में डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोकैमिस्ट्री की हेड हैं। डॉक्टर दंपति की बेटी मानुषी ने दिल्ली के सेंट थॉमस स्कूल और सोनीपत के भगत फूल सिंह गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज फॉर वीमेन से पढ़ाई की है। मानुषी को नृत्य, गायन, कविता लिखने और चित्रकारी का शौक है।
मानुषी जहां चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई कर रही हैं, वहीं उनकी बहन वकालत में अध्ययनरत हैं और उनका छोटा भाई अभी स्कूल में है। मानुषी शुरु से ही पढ़ाई के साथ सामाजिक कार्यों से जुड़ी रहीं हैं। डॉक्टरी की पढ़ाई करने के बाद भी मानुषि अपनी खूबसूरती के दम पर एक सुपरमॉडल बन गईं। मानुषी मिस हरियाणा भी रह चुकी हैं।