महिलाओं में डिप्रेशन की शुरुआत से पहले कई संकेत और लक्षण देखने को मिल सकते हैं, जानें इसके 6 संकेत..

 डिमेंशिया मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा एक गंभीर रोग है। जिसमें व्यक्ति की याददाश्त कमजोर होने लगती है, साथ ही वह ठीक से सोचने और विचारों को स्पष्ट कर पाने की अपनी क्षमता खोने लगता है। वह चीजें रखकर भूल जाता है या उसे हाल ही में हुई गतिविधियां ध्यान नहीं रहती हैं। डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति चीजों को लेकर भ्रामक महसूस करता है। हालांकि यह समस्या आमतौर पर बढ़ती उम्र के साथ बूढ़े या ज्यादा उम्र वाले लोगों में देखने को मिलती है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति कम उम्र में याददाश्त से जुड़ी या चीजें भूलने जैसी लक्षणों को नोटिस करता है, तो इसके पीछे पोषण की कमी, मस्तिष्क की कोशिकाओं का डैमेज होना और कई अन्य कारण हो सकते हैं। डिमेंशिया पुरुष और महिलाएं दोनों को समान रूप से प्रभावित करता है।

शोध की मानें तो पुरुषों की तुलना में महिलाओं में डिमेंशिया होने का अधिक जोखिम होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सिद्धांत मस्तिष्क कोशिकाओं के बीच संचार में एस्ट्रोजन हार्मोन अहम भूमिका निभाता है। लेकिन महिलाओं में रजोनिवृत्ति के साथ, हार्मोन का स्तर में बदलाव होता है, जिससे महिलाओं में डिमेंशिया का जोखिम विकसित होता है। महिलाएं इसके प्रति अधिक सचेत नहीं रहती हैं और आमतौर पर इसके लक्षणों को नजरअंदाज करती हैं। लेकिन ऐसा करना उनके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है और समय के साथ उनकी स्थिति गंभीर हो सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि महिलाएं समय रहते इसके लक्षणों को पहचानकर, इसका प्रबंधन करना शुरू कर दें। अब सवाल यह उठता है कि आप महिलाओं में डिमेंशिया की शुरुआत होने पर कौन-कौन से लक्षण देखने को मिलते हैं? इस लेख में हम आपको महिलाओं में डिमेंशिया के शुरुआती 6 संकेत बता रहे हैं।

महिलाओं में डिमेंशिया के शुरुआती संकेत और लक्षण-

1. बोलने में कठिनाई होती है

यह समस्या पुरुष और महिलाओं दोनों के साथ देखने को मिल सकती है। कि वे बोलते समय शब्दों का सही चयन नहीं कर पाते हैं और भाषा के साथ कठिनाई महसूस करते हैं। वे अपने विचारों को स्पष्ट कर पाने में कठिनाई महसूस करते हैं। वे सरल और साधारण शब्दों को भूल जाते हैं या उन्हें किस जगह प्रयोग करना था उन्हें ध्यान नहीं रहता।

2. मूड में बदलाव

मूड में परिवर्तन महिलाओं में बहुत आम है, लेकिन अगर यह  बढ़ती उम्र के साथ बढ़ रहा है तो इसका कारण डिमेंशिया हो सकता है। ऐसे में वे अचानक शांत, खुश, गुस्सा या रोने जैसी किसी भी तरह की स्थितियों का सामना कर सकती हैं।

3. पहले की तुलना में बार-बार गिरना

कुछ शोध में निष्कर्ष निकाला गया है कि जो लोग बार-बार ठोकर खाने या गिरने जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं, उनमें डिमेंशिया की अधिक संभावना होती है।

4. चीजों को सही जगह पर रखना भूल जाते हैं

बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में यह लक्षण सबसे आम हैं, कि वे चीजों को उनकी सही जगह पर रखना भूल जाती हैं। जब किसी व्यक्ति के साथ अपनी दैनिक उपयोग की वस्तुओं से जुड़ा ज्ञान भूल लगता है तो यह डिमेंशिया का संकेत हो सकता है।

5. फिर से याद करने में परेशानी

याददाश्त कमजोर होना डिमेंशिया के प्रमुख लक्षणों में से एक है। महिलाएं हाल की घटनाओं को भूल सकती हैं, साथ ही कई बार घर के आसपास की चीजों, जैसे फोन, चाबियों आदि को भूल सकता है और जब वे फिर से याद करने की कोशिश करती हैं, तो उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है।

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6. योजना बनाते समय दिक्कत महसूस होना

डिमेंशिया में व्यक्ति की निर्णय लेने की क्षमता कम होने लगती है और भ्रम की स्थिति बनी रहती है। वे पैसों की बात हो या कहीं यात्रा प्लान करने की, वे निर्णय लेने में परेशानी महसूस करते हैं। साथ ही उनका हल ढूंढने में भी संघर्ष करते हैं।

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