बिना खाए-पिए 16 सालों से रह रही महिला, अजीबोगरीब दावा सुन हैरत में पड़े लोग

क्या ये मुमकिन है कि कोई इंसान बिना खाने-पीने के जिंदा रहे? मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार इंसान बिना पानी के 3 दिनों तक जिंदा रह सकता है, वहीं अमेरिका की आधिकारिक वेबसाइट, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार इंसान 8 से 21 दिन बिना खाने के रह सकता है. शोध से पाया गया कि ये वक्त 60 दिन तक भी पहुंच सकता है. हालांकि, उससे ज्यादा रह पाना नामुमकिन है. पर अफ्रीका की एक महिला ने बड़ा ही विचित्र दावा किया है. उसका कहना है कि वो बिना खाने-पीने के 16 सालों (Woman not eaten for 16 years) से जिंदा है.

डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार इथियोपिया (Ethiopia woman not drink water for 16 years) की रहने वाली मुलुवर्क अंबाव (Muluwork Ambaw) से हाल ही में यूट्यूबर और ट्रैवलर ड्रू बिंस्की ने मुलाकात की और उनसे सिर्फ एक आसान सा सवाल पूछा- क्या ये सच है? दरअसल, मुलुवर्क से जुड़ी एक हैरान करने वाली बात आसपास के इलाकों में बेहद प्रचलित है. वो ये कि महिला पिछले 16 सालों से बिना खाने-पीने के जिंदा हैं. अभी वो 26 साल की हैं और आखिरी चीज जो उन्होंने खाई थी, वो मसूर की दाल से बना स्टू था.

किले जैसा सुरक्षित है घर
जब ड्रू उस महिला के घर पहुंचा तो उसने गौर किया कि उसका घर, गांव के बाकी लोगों के घरों से ज्यादा बड़ा, बाउंड्री ज्यादा ऊंची और सुरक्षित थी. महिला के घर के अंदर का लुक भी कमाल का था. ड्रॉइंग रूम में कई पोस्टर लगे थे और एंटीक चीजें भी रखी हुई थीं. घर जितना घूबसूरत था, बाथरूम उतना ही बदसूरत था. उसका कहना था कि वो बाथरूम नहीं इस्तेमाल करती, बस उसकी बेटी और बहन करती हैं. वो अपना अधिकतर समय गार्डनिंग में बिताती हैं. महिला ने कहा कि वो बेटी के लिए खाना बनाती है, पर उसे खुद खाने की इच्छा नहीं होती.

डॉक्टरों को जांच में सब कुछ दिखा सामान्य
इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में डॉक्टरों ने उसकी जांच की थी, और वो तीन सालों तक चली, पर हर बार वो पूरी तरह स्वस्थ ही पाई गई. डॉक्टरों ने देखा कि उसकी आंतों में खाने-पानी का अंश नहीं है. इस वजह से उसे मल-मूत्र त्यागने की भी जरूरत नहीं पड़ती. महिला ने बताया कि एक रोज अचानक ही उसे न भूख लगने लगी और ना ही प्यास. घर वाले कहते की खाना खालो, तो वो झूठ बोल देती कि उसने खा लिया है. महिला ने बताया कि उसने दुबई और कतर में भी डॉक्टरों से मुलाकात की, जिन्होंने उसके मेंटल हेल्थ की जांच की पर उसमें कोई कमी नहीं निकली. जब वो प्रेग्नेंट थी, तब उसे ग्लूकोस दिया गया था, जिससे बच्चा स्वस्थ रहे. पर जन्म के बाद वो स्तनपान नहीं करा पा रही थी. उसका मानना है कि भगवान की वजह से उसे ये ताकत मिलती है कि वो बिना खाए-पिए रह सके. जो लोग उसे फ्रॉड बताते हैं, उन्हें वो कहती है कि अगर वो चाहें तो उसके साथ घर पर आकर रह सकते हैं.

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